जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. सोमवार को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने प्रेस वार्ता के जरिए भाजपा और राज्यपाल पर आरोप लगाए. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री को जल्द विधानसभा सत्र आहूत कराए जाने को लेकर सुझाव के रूप में नसीहत दे डाली.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार एक लाइन का प्रस्ताव राज्यपाल को लिखकर पहुंचा दे कि हम सदन में अपना विश्वास मत प्राप्त करना चाहते हैं तो विधानसभा सत्र जल्द आहूत हो जाएगा. कटारिया ने एक बयान जारी कर सीएम गहलोत और अविनाश पांडे के आरोपों को निराधार बताया.
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कटारिया ने कहा कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के मन में तो अभी भी षड्यंत्र ही है. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि विधानसभा सत्र बुला लें और उनका विरोध कर रहे विधायकों को अयोग्य ठहरा कर सदन में विश्वास मत ले आए, लेकिन यह षड्यंत्र नहीं चलेगा.
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मैंने तो 14 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पहले ही कह दिया था कि इस समस्या का समाधान सदन में अपना बहुमत साबित करने पर ही होगा. लेकिन मुख्यमंत्री ने जानबूझकर इस मामले को उलझा रखा है. उन्होंने कहा कि पहले तो विधायकों को होटल में रोका और फिर अपने मुख्य सचेतक के जरिए स्पीकर से विधायकों को नोटिस दिलवाए और फिर उसके बाद यह पूरा मामला कोर्ट में चला गया. कटारिया ने कहा कि भाजपा को दोष देना गलत है क्योंकि भाजपा के मन में यदि कुछ होता तो वह भी अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर लेती.