ETV Bharat / city

हाइब्रिड फॉर्मूले पर कटारिया ने कहा- समय आने पर देखेंगे पार्टी के भीतर इसका तिरस्कार करना है या नहीं - गुलाबचंद कटारिया अपडेट न्यूज

भाजपा निकाय चुनाव में अपनाए गए हाइब्रिड फॉर्मूले को लेकर प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन का ऐलान कर चुकी है. लेकिन जब कटारिया से पूछा गया कि भाजपा पार्टी के भीतर पार्षदों में से ही महापौर या निकाय प्रमुख के चुनाव के लिए प्रत्याशी खड़ा करेगी तो कटारिया इस पर सीधे तौर पर कुछ कहने से बचते नजर आए.

hybrid formula in rajasthan, राजस्थान में हाइब्रिड फॉर्मूला
author img

By

Published : Oct 25, 2019, 6:28 PM IST

जयपुर. भाजपा निकाय चुनाव में अपनाए गए हाइब्रिड फॉर्मूले को लेकर प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन का ऐलान कर चुकी है और सरकार के इस निर्णय का विरोध भाजपा सड़कों पर उतर कर करने की चेतावनी भी दे रही है. लेकिन क्या उसी निर्णय का तिरस्कार पार्टी के भीतर निकाय चुनाव में किया जाएगा. इस सवाल का जवाब खुद भाजपा के आला नेता खुलकर देने में बच रहे हैं.

हाइब्रिड फॉर्मूले पर भाजपा का रुख

जी हां नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उनका जवाब कुछ ऐसा ही था. दरअसल भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने तय किया है कि आगामी 1 नवंबर को हाइब्रिड फॉर्मूले के खिलाफ प्रदेशभर के जिला मुख्यालय पर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन देंगे.

इसकी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा नेता मीडिया में इसकी जानकारी भी दे रहे हैं और प्रदेश की गहलोत सरकार के इस निर्णय की खिलाफत भी कर रहे हैं. लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से जब पूछा गया कि क्या भाजपा पार्टी के भीतर पार्षदों में से ही महापौर या निकाय प्रमुख के चुनाव के लिए प्रत्याशी खड़ा करेगी तो कटारिया हड़बड़ा गए. भाजपा सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रही थी. कटारिया उस निर्णय को लागू ना कर, पूर्व व्यवस्था ही अपनी ही पार्टी में अपनाए जाने की बात कहने से भी बचते हैं और कहते है कि वह तो समय ही तय करेगा कि सामने से कौन सा डंडा आता है, उससे बड़ा डंडा हम मारेंगे.

पढ़ें: हाइब्रिड फॉर्मूले पर पायलट की दो टूक, कहा- संगठन के आशीर्वाद से ही हम सत्ता में हैं...देखते हैं क्या होता है

गुलाबचंद कटारिया का बयान इस बात का सबूत है कि भाजपा विपक्ष के नाते सरकार के इस निर्णय का खुलकर विरोध तो करती है. लेकिन पार्टी के भीतर पुरानी व्यवस्था से ही निकाय प्रमुख का प्रत्याशी तय करने के ऐलान से भी बचती है. मतलब यदि निकाय प्रमुख चुनाव में हाइब्रिड फॉर्मूला लागू रहा तो इसका विरोध करने वाली भाजपा भी उसी के अनुरूप बाहरी प्रत्याशी उतारने में भी नहीं कतराएगी.

जयपुर. भाजपा निकाय चुनाव में अपनाए गए हाइब्रिड फॉर्मूले को लेकर प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन का ऐलान कर चुकी है और सरकार के इस निर्णय का विरोध भाजपा सड़कों पर उतर कर करने की चेतावनी भी दे रही है. लेकिन क्या उसी निर्णय का तिरस्कार पार्टी के भीतर निकाय चुनाव में किया जाएगा. इस सवाल का जवाब खुद भाजपा के आला नेता खुलकर देने में बच रहे हैं.

हाइब्रिड फॉर्मूले पर भाजपा का रुख

जी हां नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उनका जवाब कुछ ऐसा ही था. दरअसल भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने तय किया है कि आगामी 1 नवंबर को हाइब्रिड फॉर्मूले के खिलाफ प्रदेशभर के जिला मुख्यालय पर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन देंगे.

इसकी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा नेता मीडिया में इसकी जानकारी भी दे रहे हैं और प्रदेश की गहलोत सरकार के इस निर्णय की खिलाफत भी कर रहे हैं. लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से जब पूछा गया कि क्या भाजपा पार्टी के भीतर पार्षदों में से ही महापौर या निकाय प्रमुख के चुनाव के लिए प्रत्याशी खड़ा करेगी तो कटारिया हड़बड़ा गए. भाजपा सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रही थी. कटारिया उस निर्णय को लागू ना कर, पूर्व व्यवस्था ही अपनी ही पार्टी में अपनाए जाने की बात कहने से भी बचते हैं और कहते है कि वह तो समय ही तय करेगा कि सामने से कौन सा डंडा आता है, उससे बड़ा डंडा हम मारेंगे.

पढ़ें: हाइब्रिड फॉर्मूले पर पायलट की दो टूक, कहा- संगठन के आशीर्वाद से ही हम सत्ता में हैं...देखते हैं क्या होता है

गुलाबचंद कटारिया का बयान इस बात का सबूत है कि भाजपा विपक्ष के नाते सरकार के इस निर्णय का खुलकर विरोध तो करती है. लेकिन पार्टी के भीतर पुरानी व्यवस्था से ही निकाय प्रमुख का प्रत्याशी तय करने के ऐलान से भी बचती है. मतलब यदि निकाय प्रमुख चुनाव में हाइब्रिड फॉर्मूला लागू रहा तो इसका विरोध करने वाली भाजपा भी उसी के अनुरूप बाहरी प्रत्याशी उतारने में भी नहीं कतराएगी.

Intro:हाइब्रिड फार्मूले का विरोधी भाजपा क्या खुद करेगी इसका तिरस्कार-

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा समय आने पर देखेंगे पार्टी के भीतर इसका तिरस्कार करना है या नहीं

जयपुर (इंट्रो)
भाजपा निकाय चुनाव में अपनाए गए हाइब्रिड फार्मूले को लेकर प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन का ऐलान कर चुकी है और सरकार के इस निर्णय का विरोध भाजपा सड़कों पर उतर कर करने की चेतावनी भी दे रही है, क्या उसी निर्णय का तिरस्कार पार्टी के भीतर निकाय चुनाव में किया जाएगा। यह सवाल जवाब खुद भाजपा के आला नेता खुलकर देने में बच रहे हैं। जी हां नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उनका जवाब कुछ ऐसा ही था।


इस तरह कतराए गुलाबचंद कटारिया-

दरअसल भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने तय किया है कि आगामी 1 नवंबर को हाइब्रिड फॉर्मूले के खिलाफ प्रदेशभर के जिला मुख्यालय पर बीजेपी नेता व कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपेंगी। बकायदा इसकी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा नेता मीडिया में इसकी जानकारी भी दे रहे हैं और प्रदेश की गहलोत सरकार के इस निर्णय की खिलाफत भी कर रहे हैं लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से जब पूछा गया कि क्या भाजपा पार्टी के भीतर पार्षदों में से ही महापौर या निकाय प्रमुख के चुनाव के लिए प्रत्याशी खड़ा करेगी तो कटारिया हड़बड़ा गए। भाजपा सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रही थी कटारिया उस निर्णय को लागू ना करके पूर्व व्यवस्था ही अपनी ही पार्टी में अपनाए जाने की बात कहने से भी बचते हैं और कहते हैं की वह तो समय ही तय करेगा कि सामने से कौन सा डंडा आता है उससे बड़ा डंडा हम मारेंगे। अभी भी सुनिए..

(बाईट- गुलाबचंद कटारिया, नेता प्रतिपक्ष)

गुलाबचंद कटारिया का बयान इस बात का सबूत है कि भाजपा विपक्ष के नाते सरकार के इस निर्णय का खुलकर विरोध तो करती है लेकिन पार्टी के भीतर पुरानी व्यवस्था से ही निकाय प्रमुख का प्रत्याशी तय करने के ऐलान से भी बचती है। मतलब यदि निकाय प्रमुख चुनाव में हाइब्रिड फार्मूला रघु रहा तो इसका विरोध करने वाली भाजपा भी उसी के अनुरूप बाहरी प्रत्याशी उतारने में भी नहीं कतरायेगी।

(Edited vo pkg)


Body:(Edited vo pkg)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.