उदयपुर. राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर को लेकर भाजपा की ओर से लगातार बयानबाजी की जा रही है. ऐसे में भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित नव संकल्प शिविर को लेकर कांग्रेस को सवालों (Kataria raised questions on Congress Nav Sankalp Shivir) के कटघरे में खड़ा किया है. कटारिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने नव संकल्प शिविर के माध्यम से मेवाड़ की धरा पर आकर अपनी पार्टी की स्थिति दुर्दशा के लिए चिंतन किया, लेकिन पार्टी के नेता मेवाड़ की धरती पर आए इसका एहसास मेवाड़ के लोगों को नहीं हुआ.
ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस पार्टी के लोगों ने न तो महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर जाने का प्रयास किया और न अपने नव संकल्प शिविर के स्वागत में दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम किया. कटारिया ने कहा कि एक तरह से कांग्रेस के नेता आमोद-प्रमोद के लिए बड़े होटलों में आए और कार्यक्रम को संपन्न करके चले गए.
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इतना ही नहीं कटारिया ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर इशारों में दर्ज करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता शेर और चीता देखने के लिए गए. लेकिन इनके नेताओं को न तो मेवाड़ की हल्दीघाटी देखने की जरूरत थी और न ही कुंभलगढ़ जाने की फुर्सत, ऐसे में राहुल गांधी अगर ट्रेन से बाहर निकल कर भी महाराणा प्रताप की प्रताप को पुष्प अर्पित करते तो ऐसा लगता वे मेवाड़ का सम्मान किया. कटारिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता मेवाड़ की धरती पर आकर मेवाड़ का अपमान करके जो पार्टी अपने आगे की दिशा तय करती है. उसे आने वाले समय में मेवाड़ की जनता सजा जरूर देगी.
कटारिया ने कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री गहलोत को चुनौती देते हुए कहा कि मेरे सवालों का जवाब देना चाहिए.क्योंकि मुख्यमंत्री गहलोत ने इन सब को बुला कर खुश करने का परियतम तो किया. लेकिन राजस्थान की दुर्दशा के दर्शन भी गहलोत करवा देते जिससे लगता कि उन्हें सच दिखाया लेकिन गहलोत उन्हें यह भी नहीं दिखा पाए. इसके साथ ही भाजपा ने कांग्रेस के नव संकल्प शिविर पर हमला बोलते हुए कहा कि नव संकल्प शिविर में कांग्रेस नेताओं की गाड़ियां गर्म न हो जाए इसलिए सरकारी फायर ब्रिगेड से पानी की फुहार छोड़ी जा रही थी. इसी कांग्रेस के शासन में लगभग 100 किमी दूर सिरोही में एक महिला की प्यास से तड़पने मृत्यु हो गई थी लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस को शर्म नहीं आई.