जयपुर. रिश्वत लेते डॉक्टर को ट्रैप करने के बाद छोड़ने पर भड़के कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को पत्र लिखा है. नेता प्रतिपक्ष ने संपूर्ण मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
इस मसले पर नेता प्रतिपक्ष ने मंगलवार को मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र में लिखा कि इस पूरे प्रकरण में उनकी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के महानिदेशक बीएस सोनी से भी बात हुई तो उन्होंने कोविड-19 महामारी में डॉक्टर्स की सेवा की आवश्यकता को देखते हुए ऐसे प्रकरणों में पहले भी डॉक्टरों को जमानत पर छोड़े जाने की बात कही. कटारिया ने कहा कि इस पर उन्होंने राजस्थान की डिस्ट्रिक्ट वाइज दिल्ली कोविड-19 स्टेटस रिपोर्ट देखी.
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इसमें 7 अगस्त को भरतपुर जिले के साथ ही करौली और सवाई माधोपुर जिले में भी कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या शून्य थी. मतलब, इस दिन शाम को 6:00 बजे तक कोई पॉजिटिव केस इन जिलों में नहीं था, फिर भ्रष्टाचारी डॉक्टर जिसे रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए एसीबी ने पकड़ा था और 12 घंटे बाद ही जिसे मुक्त कर दिया, ये बड़ा सवाल है.
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कटारिया ने सीएम से इस गंभीर अनियमितता की जांच सक्षम व्यक्ति से करवा कर जमानत पर छोड़ने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके प्रदेश की जनता को अवगत कराने के लिए आग्रह किया है.