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जयपुर: सफाई कर्मचारियों और संसाधनों के बंटवारे को लेकर ग्रेटर निगम मेयर ने लगाया भेदभाव का आरोप...

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Published : Nov 30, 2020, 7:54 PM IST

जयपुर में ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में दोनों मेयर ने अपना कामकाज संभाल लिया है. साथ ही अब तक बोर्ड की पहली बैठक आयोजित नहीं हुई है, लेकिन इससे पहले ही कर्मचारियों और संसाधनों के बंटवारे पर विवाद खड़ा हो गया है.

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ग्रेटर निगम मेयर ने लगाया भेदभाव का आरोप

जयपुर. शहर के ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में दोनों ही मेयर ने अपना कामकाज संभाल लिया है. हालांकि अब तक बोर्ड की पहली बैठक नहीं हुई है. वहीं, इससे पहले ही कर्मचारियों और संसाधनों के बंटवारे पर विवाद खड़ा हो गया है.

ग्रेटर निगम मेयर ने लगाया भेदभाव का आरोप

ग्रेटर निगम मेयर सौम्या गुर्जर ने बंटवारे में भेदभाव का आरोप लगाते हुए ग्रेटर का क्षेत्रफल ज्यादा होने के बावजूद सफाई कर्मचारियों और संसाधन कम होने की बात कही है. इसे लेकर अब मेयर सीएम अशोक गहलोत से बाद करेंगी.

पढ़ें: राजस्थान : जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के तीसरे चरण का चुनाव कल...मतदान की सभी तैयारियां पूरी

बता दें कि शहर को दो निगम में बांटने के बाद यहां कर्मचारियों का बंटवारा 60:40 करने का दावा किया गया है और संसाधनों के बंटवारे का भी कुछ यहीं अनुपात रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रेटर नगर निगम का क्षेत्र बड़ा होने के चलते कर्मचारियों मशीनरी की ज्यादा जरूरत यहां है.

हेरिटेज नगर निगम vs ग्रेटर नगर निगम...

  • वार्ड 100-150
  • क्षेत्र 113 स्क्वायर किमी-274 स्क्वायर किमी
  • सफाई कर्मचारी 4072-3217
  • कचरा 640 मीट्रिक टन-837 मीट्रिक टन
  • संसाधन 203 वाहन-292 वाहन

बहरहाल, दोनों निगम में अब बंटवारे का विवाद शुरू हो गया है और ग्रेटर नगर निगम मेयर ने भेदभाव का आरोप भी लगा दिया है. देखना होगा कि सीएम के पास यदि ये मामला पहुंचता है तो उसका निराकरण किस तरह किया जाएगा.

जयपुर. शहर के ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में दोनों ही मेयर ने अपना कामकाज संभाल लिया है. हालांकि अब तक बोर्ड की पहली बैठक नहीं हुई है. वहीं, इससे पहले ही कर्मचारियों और संसाधनों के बंटवारे पर विवाद खड़ा हो गया है.

ग्रेटर निगम मेयर ने लगाया भेदभाव का आरोप

ग्रेटर निगम मेयर सौम्या गुर्जर ने बंटवारे में भेदभाव का आरोप लगाते हुए ग्रेटर का क्षेत्रफल ज्यादा होने के बावजूद सफाई कर्मचारियों और संसाधन कम होने की बात कही है. इसे लेकर अब मेयर सीएम अशोक गहलोत से बाद करेंगी.

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बता दें कि शहर को दो निगम में बांटने के बाद यहां कर्मचारियों का बंटवारा 60:40 करने का दावा किया गया है और संसाधनों के बंटवारे का भी कुछ यहीं अनुपात रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रेटर नगर निगम का क्षेत्र बड़ा होने के चलते कर्मचारियों मशीनरी की ज्यादा जरूरत यहां है.

हेरिटेज नगर निगम vs ग्रेटर नगर निगम...

  • वार्ड 100-150
  • क्षेत्र 113 स्क्वायर किमी-274 स्क्वायर किमी
  • सफाई कर्मचारी 4072-3217
  • कचरा 640 मीट्रिक टन-837 मीट्रिक टन
  • संसाधन 203 वाहन-292 वाहन

बहरहाल, दोनों निगम में अब बंटवारे का विवाद शुरू हो गया है और ग्रेटर नगर निगम मेयर ने भेदभाव का आरोप भी लगा दिया है. देखना होगा कि सीएम के पास यदि ये मामला पहुंचता है तो उसका निराकरण किस तरह किया जाएगा.

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