जयपुर. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का आज 58वां जन्मदिन (Rajasthan PCC chief Dotasra birthday) है. 1 अक्टूबर, 1964 को जन्मे डोटासरा को 4 जुलाई, 2020 में सचिन पायलट की बगावत के चलते अप्रत्याशित रूप से राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने वाले गोविंद डोटासरा की चुनौतियां हैं कि कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं.
अध्यक्ष बनने के बाद डोटासरा को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा. एक तो उन्हें सचिन पायलट को बर्खास्त कर प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. दूसरा पूरे संगठन को भंग करने के चलते 6 महीने तक डोटासरा प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी के रूप में एकमात्र नेता रहे. बहरहाल किसी तरह से डोटासरा ने अपनी छोटी कार्यकारिणी बनाई और कुछ जिलाध्यक्ष भी बनाए. अब करीब ढाई साल बाद जब उन्हें उम्मीद थी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद उनका भी एक्सटेंशन होगा और उन्हें पूरी टीम मिल जाएगी, ताकि वो अगले साल होने वाले चुनाव के लिए तैयारियों में जुट सकें.
सब कुछ सही चल रहा था कि अचानक 25 सितम्बर को राजस्थान में ऐसा नया सियासी संकट आ खड़ा हुआ कि डोटासरा ना यह कह सके कि वह गहलोत के साथ हैं, ना यह कह सके कि वह आलाकमान के साथ हैं. ऐसे में डोटासरा शांति से बिना कुछ बोले यह चुनौतीपूर्ण समय निकाल रहे हैं. लेकिन जिस तरह से राजस्थान में राजनीतिक परिस्थितियां बदलती जा रही हैं और अगर मुख्यमंत्री बदले जाते हैं, तो फिर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जगह कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है.
ऐसे में डोटासरा अपने राजनीतिक जीवन मे सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं. पिछले साल डोटासरा का जन्मदिन बड़े शक्ति प्रदर्शन के तौर पर हुआ था, लेकिन वर्तमान राजनीतिक संकट के चलते डोटासरा ने अपना जन्मदिन लम्पी के चलते नहीं मनाने का निर्णय लिया है. हालांकि यह बिल्कुल साफ है कि इस बार डोटासरा अपना जन्मदिन इस राजनीतिक संकट में कोई नया विवाद नहीं हो, इस वजह से नहीं मना रहे हैं.