जयपुर. पंचायत चुनाव के परिणाम पर बीजेपी के बयानों को गलत ठहराते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने 2015 और 2020 के आंकड़े पेश किए. इस दौरान उन्होंने सतीश पूनिया को बड़े चेहरे की जरूरत नहीं के बयान पर जमकर तंज कसा. राजस्थान में कृषि कानूनों के आधार पर किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं होने की बात कही. साथ ही कहा कि लक्ष्मणगढ़ और नैछवा के प्रधान पर विकास के लिए निर्दलीयों का कांग्रेस को समर्थन मिला. इस दौरान उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर कटाक्ष किए.
डोटासरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि देश को झूठ बोलने वाला अनुशासनहीन प्रधानमंत्री मिला है. मध्यप्रदेश, गुजरात, गोवा और मणिपुर इसके उदाहरण हैं. बीजेपी ने देश में ऐसा माहौल बना दिया है कि कोई भी व्यक्ति राजनीतिक तौर पर खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता. कभी ईडी और सीबीआई तो कभी धन बल के आधार पर तोड़ने की कोशिश की जाती है. राजस्थान में भी सरकार गिराने की कुचेष्टा की गई, जिसमें केंद्र के मंत्री तक शामिल हो गए.
बीजेपी का बयान गलत
पंचायती राज चुनाव परिणाम को लेकर बीजेपी के बयान को गलत ठहराते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने 2015 और 2020 के आंकड़े पेश किए. उन्होंने कहा कि बीजेपी एकतरफा जीत की बात कह रही है, जबकि वास्तविकता अलग है. 2015 में कांग्रेस के 7 जिला प्रमुख और 68 प्रधान बने थे, जबकि इस बार 6 जिला प्रमुख और 98 प्रधान बने हैं. वहीं, बीजेपी के 393 जिला परिषद सदस्य थे, जो घटकर 353 रह गए. बीजेपी का वोट प्रतिशत भी कम हुआ है. लोकसभा में बीजेपी को जो वोट मिला, उसमें अब 18 फीसदी की कमी आई है.
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'बीजेपी नए चेहरे को सीएम बनाने की कोशिश में है'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि घनश्याम तिवाड़ी बीजेपी में वापस क्यों गए ये नहीं पता, लेकिन बीजेपी पुराने और बड़े चेहरे को सीएम नहीं बनाना चाहती. बीजेपी तो अब नए चेहरे को सीएम बनाने की कोशिश में है, इसके संकेत मिल रहे हैं. उन्होंने सतीश पूनिया के बयान को दोहराते हुए कहा कि राजस्थान में बड़े चेहरे की जरूरत नहीं, तो क्या मोदी, अमित शाह या वसुंधरा की जरूरत नहीं है और घनश्याम तिवाड़ी पार्टी में आ तो गए लेकिन पूनिया के लिए वो भी कोई बड़ा चेहरा नहीं है.
'केंद्र को किसानों की मांग माननी चाहिए'
गोविंद सिंह डोटासरा ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि केंद्र को किसानों की मांग माननी चाहिए. राजस्थान सरकार तीनों काले कानूनों के आधार पर प्रदेश के किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं करेगी. वहीं, डूंगरपुर मामले पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि किसी आदिवासी का भाई नक्सली नहीं है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान का समर्थन नहीं करता, लेकिन ये जरूर है कि पंचायत चुनाव में स्थानीय स्तर पर फैसले हो जाते हैं.
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जल्द होगा प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन
इस दौरान इंदिरा मीणा की ओर से दिए जा रहे बगावती बयानों को लेकर डोटासरा ने कहा कि इंदिरा पार्टी की सम्मानीय सदस्य हैं. उनकी कोई समस्या है तो उनको बुला कर बात की जाएगी. हालांकि अभी तक उनकी सीएम और मुझसे कोई बात नहीं हुई है. पत्रकार वार्ता के दौरान डोटासरा ने जल्द प्रदेश कार्यकारिणी के गठन की बात कही.
डोटासरा ने बीजेपी नेताओं पर लगाया आरोप
वहीं, लक्ष्मणगढ़ और नैछवा में कांग्रेस के प्रधान बनने पर डोटासरा ने कहा कि दोनों जगह निर्दलीय ने विकास के लिए कांग्रेस का समर्थन किया. लक्ष्मणगढ़ में बीजेपी के एक सदस्य के नामांकन के बाद भी नामांकन हुई थी, इस कारण सदस्य निलंबित किया गया. निलंबित सदस्य होने के कारण पंचायत समिति की बैठक में भी वो हिस्सा नहीं ले सकता था. इसे लेकर बीजेपी नेताओं ने कलेक्टर को खून खराबे तक की धमकी दी थी. हालांकि आखिर में लक्ष्मणगढ़ में लॉटरी से फैसला हुआ.