जयपुर. रीट पेपर लीक (REET Paper Leak Case 2021) मामले में बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त करने के बाद अब तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को लेकर भी विपक्ष ने सवाल उठाए हैं. साथ ही प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है. जिस पर जवाब देते हुए डोटासरा ने कहा (Govind Singh Dotasara On REET Paper Leak) कि रीट परीक्षा के मामले में सरकार और एसओजी सही दिशा में काम कर रही है. सरकार और एसओजी पर पूरा विश्वास करना चाहिए. दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
हजारों युवाओं के भविष्य पर राजनीति नहीं करनी चाहिएः गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ये एक ऐसा विषय है, जो हजारों युवाओं के भविष्य से जुड़ा हुआ है. इसके ऊपर भाजपा या किसी भी व्यक्ति को राजनीति नहीं करनी चाहिए. प्रदेश में जिस परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों ने अपना भाग्य आजमाया था. उसी परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त (RBSE President DP Jaroli sacked) कर दिया गया. सरकार और एसओजी पर पूरा विश्वास करना चाहिए. दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
सरकार और SOG तक पहुंचाए इनपुटः विपक्ष ने पहले ही परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठाए थे. साथ ही परीक्षा में हुई धांधली की सीबीआई से जांच करवाने की मांग भी की है. बीजेपी ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त किया है. जिस पर जवाब देते हुए डोटासरा ने कहा कि ये राजनीति का विषय नहीं बच्चों के भविष्य का सवाल है. इसलिए जो भी इनपुट किसी भी व्यक्ति या राजनीतिक व्यक्ति को मिलता है, तो वो सरकार और एसओजी तक पहुंचाए.
जिससे आने वाले समय में जिन लोगों ने गलतियां की है, गड़बड़ियां की है, चोरी की है. उन सब को सबक और सजा मिल सके. बच्चों का भविष्य आगे अच्छा हो सके. उन्हें रोजगार मिल सके. डोटासरा ने कहा कि सरकार इसे लेकर संकल्पबद्ध है. किसी को आज की तारीख में शंका करने की आवश्यकता नहीं है. आपको बता दें कि रीट 2021 का पेपर लीक होने के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दायर किया गया है. इसमें सीबीआई जांच के साथ ही नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाने की गुहार भी की गई है.