जयपुर. प्रदेश में जहां कोरोना संक्रमण के कारण श्रदालुओं के लिए बंद किए गए धर्मस्थल 7 सितंबर से कुछ नियम और शर्तों के साथ खोलने का निर्णय लिया गया है. लेकिन छोटी काशी के आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर 30 सितंबर तक बंद रहेगा.
प्रदेश सरकार के 7 सितंबर से धार्मिक स्थल खोलने को लेकर लिए गए निर्णय के अनुसार मंदिरों में मास्क, दूरी सहित सभी सुरक्षा उपायों की पालन करनी होगी. लेकिन शहर आराध्य देव गोविंद देवजी का मंदिर 30 सितंबर तक भक्तों के लिए बंद रहेगा.
गोविंद देवजी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी के अनुसार जयपुर में प्रतिदिन हजारों दर्शनार्थी मंदिर में दर्शन करने आते है. एकादशी, अमावस्या, पूर्णिमा, रविवार और अन्य उत्सवों में यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है. ऐसे में 7 सितंबर से सभी धार्मिक स्थल खोलने का निर्णय सरकार ने लिया है, परन्तु नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन के लिए यह करना संभव नहीं है. क्योंकि जहां रोजाना इतने श्रदालु दर्शन करने आते हो, वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखना और अन्य दिशा-निर्देशों का पालन करना संभव नहीं हो सकता.
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उन्होंने कहा कि अगर मंदिर खुलने के बाद कोई भी मंदिर सेवागीर कोविड-19 पॉजिटिव निकलता है तो मंदिर की सेवा पूजा बाधित नहीं होनी चाहिए. उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होगा और वह निरंतर चलेगी. इसके अलावा कोई पॉजिटिव आ जाता है तो मंदिर के बाहरी परिसर को स्वास्थ्य कर्मी सैनिटाइज कर सकते है, परन्तु निज मंदिर परिसर गर्भ गृह में सिर्फ मंदिर सेवादार द्वारा ही किया जाएगा. ऐसे में गोविंद भक्तों की इस महामारी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि मंदिर में भक्तों का प्रवेश 30 सितंबर तक निषेध रहेगा.