जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि इनोवेशन और स्टार्टअप में देश के भविष्य को बदलने की ताकत है. युवा नवाचार, अनुसंधान और उद्यमिता विकास की ओर प्रेरित हों. इसके लिए तकनीकी शिक्षण संस्थान अनुकूल माहौल और सुविधाएं उपलब्ध करवाएं. राज्यपाल ने यह बात 'ग्लोबल हैकथॉन इनोवेशन एंड स्टार्टअप' के उद्घाटन के मौके पर कही.
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उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दौर में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार सहित तकनीक के सभी क्षेत्रों में नित नए बदलाव आ रहे हैं. युवाओं को इन तकनीकी बदलावों के लिए तैयार करते हुए नए-नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है. राज्यपाल मिश्र ने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति में व्यवहारोन्मुखी एवं कौशल आधारित व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया गया है, ताकि विद्यार्थियों में विभिन्न विषयों की बुनियादी समझ विकसित हो. साथ ही वे उद्योगों की जरूरत के मुताबिक विषय-विशेष में पारंगत भी बन सकें.
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे रोजगार खोजने के बजाय रोजगार देने वाले बनें. छोटे रूप में भी आरंभ किया गया स्टार्टअप यदि कड़ी मेहनत, नवाचार और दूरगामी सोच के साथ संचालित किया जाए तो वह देशभर में पहचान बना सकता है. उन्होंने हैकथाॅन के आयोजन के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि इससे युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में नवाचार के लिए सामूहिक रूप से काम करने का अनुभव मिलेगा और भविष्य की दिशा तय करने का अवसर मिलेगा.
इस मौके पर तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में कार्य कर रहे युवाओं को वैश्विक बदलावों को अपनाते हुए अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए तैयार करने की जरूरत है. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरए गुप्ता ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों तथा शंकरा ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन के अध्यक्ष संत कुमार चौधरी ने दो दिवसीय इस हैकथाॅन के आयोजन के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी.