जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में अब गांव में भी इस महामारी से बचाव को लेकर कार्य योजना तैयार होगी. खासतौर पर उन गांवों में जिन्हें प्रदेश के विश्वविद्यालयों ने गोद लिया है. कुलाधिपति और राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस संबंध में सभी कुलपतियों को निर्देश जारी किए हैं.
राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से जारी कुलपतियों को पत्र में लिखा गया है कि कोविड-19 जैसी महामारी में गांव में बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाना बेहद जरूरी है. उनके अनुसार महामारी को देखते हुए गांवों को संक्रमण रोधी भी बनाया जाए. राज्यपाल ने कहा कि गांवों के प्रति विश्वविद्यालयों के सामाजिक दायित्व हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों की ओर से गोद लिए गए गांवों की योजना 'स्मार्ट विलेज इनिशिएटिव' का नाम बदलकर 'यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी' कर दिया गया है.
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कुलपतियों को राज्यपाल ने निर्देश दिए हैं कि गोद लिए गए गांवों में विश्वविद्यालय अब ग्रामीणों को हेल्थ प्रोटोकॉल, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग के संबंध में जागरूक करें. राज्यपाल ने कहा कि गांव को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने के लिए संक्रमणरोधी दवाओं का छिड़काव भी कराया जाए. कुलपति ने कहा कि कोविड-19 के तहत गोद लिए गए गांवों में की जाने वाली व्यवस्थाओं के लिए जिला और पंचायत प्रशासन का सहयोग और समन्वय आवश्यक रूप से लिया जाए. मिश्र ने इस संबंध में कुलपतियों से हर महीने की 7 तारीख तक प्रगति रिपोर्ट राजभवन भेजे जाने के निर्देश भी जारी किए हैं.