कोटा : चंबल नदी की दाईं मुख्य नहर में रिसाव का मामला सामने आया है. इस कारण भारी मात्रा में पानी खेतों में पहुंच गया है. बड़ी मात्रा में खेत भी जलमग्न हो गए हैं और नहर को बंद करने तक की नौबत आ सकती है. फिलहाल रिसाव को रोकने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं. मामला कोटा जिले के दीगोद के नजदीक देवपुरा का है. ग्रामीणों ने इस संबंध में प्रशासन और चंबल कमांड एरिया (सीएडी) के अधिकारियों को सूचना दी है.
दीगोद एसडीएम दीपक महावर का कहना है कि सूचना मिलते ही सीएडी के अधिकारियों को मौके पर तुरंत जाने के लिए कहा है और उचित दिशा निर्देश दिए गए हैं. मौके पर पहुंचे सीएडी के इंजीनियर ने बताया है कि रिसाव के चलते पानी को आधा कर दिया है. खेतों में पानी नहीं जाए इसके पूरे जतन किए जा रहे हैं. यह रिसाव रात से थोड़ा-थोड़ा शुरू हुआ था, जो कि सुबह बढ़ गया है. सुबह ही प्रशासन को इसकी जानकारी मिली है.
किसान विनोद मेहरा का कहना है कि सुबह 6 बजे लोगों ने देखा कि पानी खेतों में जा रहा है. नहर टूटी नहीं है, लेकिन नहर की पाल के नीचे से रिसाव हुआ है. यह पानी आसपास के खेतों में भर गया है, जिसकी चपेट में लगातार खेत आते जा रहे हैं. इनमें से कई खेत ऐसे हैं, जिनमें फसल की बुवाई कर दी गई थी, जबकि कुछ में बुवाई की तैयारी चल रही थी. अधिकांश किसानों ने लहसुन व गेहूं की बुवाई की है.
समय पर मरम्मत नहीं करवाने का आरोप : किसान तत्काल रिसाव को बंद करने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में नहर को बंद करने की नौबत आ सकती है, या फिर उसमें छोड़े जा रहे पानी को कम किया जाएगा. चंबल नदी में दाईं मुख्य नहर में अनुबंध के तहत मध्य प्रदेश को वर्तमान में पानी भेजा जा रहा है. ऐसे में मध्य प्रदेश और राजस्थान के टेल एरिया के किसानों को भी भरे सीजन में पानी नहीं पहुंचने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. किसानों का आरोप है कि नहरों के समय पर गुणवत्ता पूर्वक मरम्मत नहीं होने के चलते ही यह समस्या आती है.