ETV Bharat / city

सरकार ने किया जेल विकास बोर्ड का गठन...सीएम गहलोत होंगे चेयरमैन - Jail Development Board constituted

जेल सुधार के लिए राज्य सरकार की तरफ से जेल विकास बोर्ड का गठन कर दिया गया है. बता दें कि इस बोर्ड के चेयरमैन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे, जबकि डीजीपी एसीएस होम सहित कई बड़े अधिकारी इसके सदस्य होंगे.

जेल विकास बोर्ड का गठन, Jail Development Board constituted
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 8:04 PM IST

जयपुर. जेल सुधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने जेल विकास बोर्ड का गठन कर दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बोर्ड के चेयरमैन होंगे. वहीं, यह बोर्ड जिलों में औद्योगिक विकास करने कैदियों के रोजगार पर कार्यक्रमों के पुनर्वास कल्याण का काम करेगा.

सरकार ने किया जेल विकास बोर्ड का गठन

बता दें कि सीएम गहलोत के साथ इस बोर्ड में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त विभाग के मुख्य सचिव, विधि विभाग के प्रमुख शासन सचिव, राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार, पुलिस महानिदेशक कारागार, निदेशक अभियोजन, सेवानिवृत्त आईएएस एसएस बिस्सा, गीता बरवड़, उपदेशक उद्योग जेल और महानिरीक्षक कारागार इसके सदस्य होंगे. वहीं, यह बोर्ड जेलों के औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास करने पर काम करेग. इसके साथ ही कैदियों के रोजगार पर कार्यक्रमों पुनर्वास कल्याण का काम भी देखेगा.

पढ़ें- सीकर लाठीचार्ज मामले में सोमवार से पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन आंदोलन: माकपा

दरअसल राजस्थान में छोटी-बड़ी 127 जेल हैं. इनमें 14 सेंट्रल जेल, 24 जिला जेल, 60 सब जेल और 29 खुली जेल है. इन जिलों में 20 हजार से ज्यादा सजायाफ्ता और अंडर ट्रायल के कैदी बंद हैं. इन जेलों में बंद कैदियों के मानव अधिकारों की रक्षा को लेकर पहले भी कई बार सवाल खड़े होते रहे और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने देश की सभी जेलों में बंद कैदियों के मानव अधिकारों की रक्षा को लेकर 3 पूर्व जजों की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था. इसमें कहा गया था कि देश की 1382 जेलों में कैदियों की मानवीय स्थिति है. राजस्थान में भी जेल में बंद कैदियों के मानव अधिकारों को लेकर सामाजिक संगठनों ने भी इसको लेकर आंदोलन किया था. ऐसे में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जेल बोर्ड का गठन किया है.

जयपुर. जेल सुधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने जेल विकास बोर्ड का गठन कर दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बोर्ड के चेयरमैन होंगे. वहीं, यह बोर्ड जिलों में औद्योगिक विकास करने कैदियों के रोजगार पर कार्यक्रमों के पुनर्वास कल्याण का काम करेगा.

सरकार ने किया जेल विकास बोर्ड का गठन

बता दें कि सीएम गहलोत के साथ इस बोर्ड में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त विभाग के मुख्य सचिव, विधि विभाग के प्रमुख शासन सचिव, राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार, पुलिस महानिदेशक कारागार, निदेशक अभियोजन, सेवानिवृत्त आईएएस एसएस बिस्सा, गीता बरवड़, उपदेशक उद्योग जेल और महानिरीक्षक कारागार इसके सदस्य होंगे. वहीं, यह बोर्ड जेलों के औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास करने पर काम करेग. इसके साथ ही कैदियों के रोजगार पर कार्यक्रमों पुनर्वास कल्याण का काम भी देखेगा.

पढ़ें- सीकर लाठीचार्ज मामले में सोमवार से पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन आंदोलन: माकपा

दरअसल राजस्थान में छोटी-बड़ी 127 जेल हैं. इनमें 14 सेंट्रल जेल, 24 जिला जेल, 60 सब जेल और 29 खुली जेल है. इन जिलों में 20 हजार से ज्यादा सजायाफ्ता और अंडर ट्रायल के कैदी बंद हैं. इन जेलों में बंद कैदियों के मानव अधिकारों की रक्षा को लेकर पहले भी कई बार सवाल खड़े होते रहे और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने देश की सभी जेलों में बंद कैदियों के मानव अधिकारों की रक्षा को लेकर 3 पूर्व जजों की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था. इसमें कहा गया था कि देश की 1382 जेलों में कैदियों की मानवीय स्थिति है. राजस्थान में भी जेल में बंद कैदियों के मानव अधिकारों को लेकर सामाजिक संगठनों ने भी इसको लेकर आंदोलन किया था. ऐसे में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जेल बोर्ड का गठन किया है.

Intro:
जयपुर

सरकार ने किया जेल विकास बोर्ड का गठन , सीएम गहलोत होंगे चेयरमैन , जेलों में औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास , रोजगार परख कार्यों पर होगा काम

एंकर:- जेल सुधार के लिए राज्य सरकार की तरफ से जेल विकास बोर्ड का गठन कर दिया गया है , इस बोर्ड के चेयरमैन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे , जबकि डीजीपी एसीएस होम सहित कई बड़े अधिकारी इसके सदस्य होंगे , यह बोर्ड जिलों में औद्योगिक विकास करने कैदियों के रोजगार पर कार्यक्रमों पुनर्वास कल्याण का काम करेगा।




Body:VO:- जेल सुधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने जेल विकास बोर्ड का गठन कर दिया है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बोर्ड के चेयरमैन होंगे सीएम गहलोत के साथ इस बोर्ड में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव , वित्त विभाग के मुख्य सचिव , विधि विभाग के प्रमुख शासन सचिव , राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार , पुलिस महानिदेशक कारागार , निदेशक अभियोजन , सेवानिवृत्त आईएएस एसएस बिस्सा , गीता बरवड़ , उपदेशक उद्योग जेल , महानिरीक्षक कारागार इसके सदस्य होंगे , यह बोर्ड जेलों के औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास करने पर काम करेगा , इसके साथ ही कैदियों के रोजगार पर कार्यक्रमों पुनर्वास कल्याण का काम भी देखेगा , दरअसल राजस्थान में छोटी-बड़ी करके 127 जेल है इनमें 14 सेंटर जेल , 24 जिला जेल है , 60 सब जेल है , 29 खुली जेल है , इन जिलों में 20 हजार से ज्यादा सजायाफ्ता और अंडर ट्रायल के बंद है , इन जेलों में बंद कैदियों के मानव अधिकारों की रक्षा को लेकर पहले भी कई बार सवाल खड़े होते रहे और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने देश की सभी जेलों में बंद कैदियों के मानव अधिकारों की रक्षा को लेकर तीन पूर्व जजों की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था , इसमें कहा गया था कि देश की 1382 जेलों में कैदियों की मानवीय स्थिति है ,


Conclusion:VO:- राजस्थान में भी जेल में बंद कैदियों के मानव अधिकारों को लेकर सामाजिक संगठनों ने भी इसको लेकर आंदोलन किया था ऐसे में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जेल बोर्ड का गठन किया है ऐसी उम्मीद कर सकते हैं कि जेल में सजायाफ्ता कैदियों के अधिकारों को लेकर काम होगा साथ ही जेल की खराब स्थिति में सुधार होगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.