जयपुर. राजधानी में वन कर्मियों के लिए मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया. जयपुर टाइगर फेस्टिवल और जयपुर वाइल्डलाइफ डिविजन एंड जयपुर डिविजन की ओर से राजस्थान हॉस्पिटल में मेडिकल कैंप आयोजित किया गया है. जहां पर जयपुर जू, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क और झालाना लेपर्ड सफारी के वन कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपना चेकअप करवाया.
इस दौरान झालाना लेपर्ड सफारी के एनुअल लेपर्ड कैलेंडर का विमोचन भी किया गया. मेडिकल कैंप में शिरकत करते हुए वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि स्टाफ निरोगी होगा तभी तो वन और वन्यजीवों की सुरक्षा होगी. प्रदेश में स्टेट वर्ल्ड लाइव बोर्ड के गठन के बाद अब लोकल एडवाइजरी कमिटियों का भी गठन किया जाएगा.
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प्रदेश के रणथंबोर सरिस्का में हुए शिकार के मामलों को लेकर वन मंत्री ने कहा कि शिकार के मामलों पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जा रहा है. पिछले वर्षों की बजाय शिकार की घटनाओं में कमी आई है. सर्विलांस कैमरा की सहायता से निगरानी रखी जा रही है. इसके साथ ही सरिस्का और रणथंबोर में शिकार की घटनाएं सामने आने के बाद सर्विलांस सिस्टम को और पुख्ता किया जाएगा.
वन मंत्री ने कहा कि शिकार की घटनाओं को लेकर वन विभाग की ओर से पूरी तत्परता रखी जाएगी, ताकि दोबारा से इस तरह की घटनाएं नहीं हो. प्रदेश में बाघों के गायब होने के मामले को लेकर कहा कि इसको लेकर जांच करवाई जाएगी. साथ ही वाइल्डलाइफ को मजबूत करने के लिए स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड का गठन किया गया है. जिससे कि वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर काफी अच्छे प्रयाश किए जाएंगे.
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मंत्री ने कहा अब प्रदेश में अन्य जगहों पर भी वन कर्मचारियों के लिए मेडिकल चेकअप शिविर लगाने का प्रयास किया जाएगा. वन कर्मचारी फिट रहेंगे तो वनो और जंगलों की सुरक्षा भी बेहतर होगी. इसी के साथ वन मंत्री ने नई भर्ती के लिए कहा की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो कि जल्द पूरी होगी.
साथ ही वन मंत्री ने राज्य पक्षी गोडावण को लेकर कहा कि राजस्थान के वन विभाग को एक बड़ी सफलता मिली है. जहां पर गोडावण का सफल प्रजनन करवाकर 9 चूजे तैयार किए गए हैं. आगे भी इसी तरह कृत्रिम रूप से प्रजनन करवा कर तैयार किए जाएंगे. जिससे आने वाले समय में गोडावण की संख्या में इजाफा होगा.
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सांभर झील में हुई पक्षी त्रासदी को लेकर मंत्री ने कहा कि सभी तरह के अवैध कार्यों को बंद करवा दिया गया है. प्रयास रहेगा कि आने वाले समय में इस तरह की कोई घटना नहीं हो. साथ ही जयपुर टाइगर फेस्टिवल की इस पहल की तारीफ करते हुए राजस्थान वन्यजीव सलाहकार मंडल के सदस्य धीरेंद्र गोधा ने कहा कि वन कर्मी सच्चे प्रकृति प्रहरी है. इस दौरान मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर, डीसीएफ जयपुर सुदर्शन शर्मा भी मौजूद रहे.