जयपुर. राजधानी के विश्वकर्मा थाना इलाके में आयुर्वेदिक दवाइयों का अनुभवी बताकर 65 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया (Fraud with pharma company in Jaipur) है. दवाइयों का पैसा नहीं देने और आरोपी के फोन बंद करने लेने के बाद पीड़ित को ठगी का पता चला. जिसके बाद पीड़ित ने विश्वकर्मा थाने में मामला दर्ज करवाया है.
विश्वकर्मा थाना अधिकारी रमेश सैनी के मुताबिक आरोपी ने खुद को आयुर्वेदिक दवाइयों का अनुभवी बताया था. उसने झांसा देकर पीड़ित की कंपनी से 65 लाख रुपए का माल मंगवा लिया और रुपए नहीं दिए. हरमाड़ा निवासी पीड़ित मदनलाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि वह महर्षि बद्री फार्मास्युटिकल में डायरेक्टर है. कंपनी आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण और होलसेल का व्यवसाय करती है. कंपनी में मौरिस कौन्तेय नाम का व्यक्ति आया. उसने बताया कि उसे आयुर्वेदिक दवाइयों की मार्केटिंग का 10 साल का अनुभव है. उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की कई आयुर्वेदिक मार्केटिंग कंपनियों और फर्मो में कार्य भी किया है.
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इसके साथ ही आरोपी ने कहा कि वह यूके मार्केटिंग में रजनीश गौतम का पार्टनर है. पीड़ित आरोपी झांसे में आ गया. पीड़ित ने आरोपी को 65 लाख 85 हजार रुपए का माल ट्रांसपोर्ट के माध्यम से उत्तराखंड भिजवा दिया. रिपोर्ट के मुताबिक कई दिन तक पीड़ित रुपयों के लिए इंतजार करता रहा. कई दिन निकल जाने के बाद जब पीड़ित मदनलाल ने रुपए मांगे, तो आरोपी ने देने से इनकार कर दिया. इसके बाद आरोपी ने अपना फोन भी स्विच ऑफ कर लिया. इसके बाद पीड़ित ने विश्वकर्मा थाने पहुंचकर ठगी का मामला दर्ज करवाया. पीड़ित का आरोप है कि रजनीश गौतम और मौरिस कौन्तेय ने ठगी की है. विश्वकर्मा थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.