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लालल बुरी बला : 3 लोगों को ठग ने बताया पुलिस अधिकारी...कोर्ट में नौकरी लगाने के नाम पर ठगे 21 लाख

बेरोजगारों के लिए नौकरी से बढ़कर क्या होगा. लेकिन इसके लिए शॉर्टकट का जुगाड़ करने वाले कभी कभी ठगी का शिकार हो जाते हैं. जयपुर में एक ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और 3 लोगों को कोर्ट में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. तीनों पीड़ित झांसे में आ गए और 21 लाख गंवा बैठे.

जयपुर में फर्जी पुलिस अधिकारी, ठगी
जयपुर में फर्जी पुलिस अधिकारी, ठगी
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Published : Sep 10, 2021, 3:38 PM IST

जयपुर. राजधानी के विधायकपुरी थाना इलाके में एक ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर 3 लोगों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 21 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.

इस संबंध में शांति कुमार जांगिड़ ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि वह स्टेशन रोड के पास रावत मिष्ठान भंडार में बिजली मेंटेनेंस का काम करता है. जहां पर मोतीलाल नामक एक व्यक्ति खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताकर कई महीनों तक रुकता था. मोतीलाल ने रावत मिष्ठान भंडार में काम करने वाली शांति कुमार, शिवकुमार और मनोज को अपनी कोर्ट व पुलिस में आला अधिकारियों से पहचान बताकर नौकरी लगाने का झांसा दिया.

मोतीलाल ने रावत मिष्ठान भंडार में काम करने वाले तीनों व्यक्तियों के बेटे, भतीजी व अन्य रिश्तेदारों की कोर्ट में एलडीसी की नौकरी लगाने का झांसा देकर 2 महीने में नौकरी लगवाने की बात कही. साथ ही प्रति व्यक्ति नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख रुपए का खर्चा होने और 50 हजार रुपए खुद का कमीशन की डिमांड की. जिस पर तीनों पीड़ित व्यक्तियों ने अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर कुल 21 लाख रुपए मोतीलाल को लाकर दे दिए.

पढ़ें - अलवर में कथित बांग्लादेशी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर पीटा...देश विरोधी गतिविधियों का गढ़ बन रहा अलवर, 2 महीने में दूसरा संदिग्ध गिरफ्तार

2 महीने बाद भी नहीं लगी नौकरी...

उक्त राशि देने के 2 महीने से भी अधिक समय बीतने के बाद भी जब किसी की भी कोर्ट में एलडीसी में नौकरी नहीं लगी तो पीड़ित व्यक्तियों ने मोतीलाल से संपर्क किया. मोतीलाल ने कोर्ट की एलडीसी की भर्ती अटकने की बात कही और 21 लाख रुपए वापस करने का आश्वासन दिया. उसके बाद मोतीलाल ने तीनों व्यक्तियों को अपने खाते के चेक भर कर दिए और बैंक में चेक लगा कर अपनी राशि वापस प्राप्त करने के लिए कहा.

चेक हुए बाउंस, फोन उठाना बंद किया- जब पीड़ित व्यक्तियों ने मोतीलाल के चेक बैंक में लगाए तो तीनों चेक बाउंस हो गए. इसके बाद जब पीड़ित व्यक्तियों ने मोतीलाल से संपर्क करने का प्रयास किया तो उसने फोन उठाना ही बंद कर दिया. इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद 9 सितंबर को पीड़ित व्यक्तियों ने विधायकपुरी थाने पहुंच मोतीलाल के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है.

जयपुर. राजधानी के विधायकपुरी थाना इलाके में एक ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर 3 लोगों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 21 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.

इस संबंध में शांति कुमार जांगिड़ ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि वह स्टेशन रोड के पास रावत मिष्ठान भंडार में बिजली मेंटेनेंस का काम करता है. जहां पर मोतीलाल नामक एक व्यक्ति खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताकर कई महीनों तक रुकता था. मोतीलाल ने रावत मिष्ठान भंडार में काम करने वाली शांति कुमार, शिवकुमार और मनोज को अपनी कोर्ट व पुलिस में आला अधिकारियों से पहचान बताकर नौकरी लगाने का झांसा दिया.

मोतीलाल ने रावत मिष्ठान भंडार में काम करने वाले तीनों व्यक्तियों के बेटे, भतीजी व अन्य रिश्तेदारों की कोर्ट में एलडीसी की नौकरी लगाने का झांसा देकर 2 महीने में नौकरी लगवाने की बात कही. साथ ही प्रति व्यक्ति नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख रुपए का खर्चा होने और 50 हजार रुपए खुद का कमीशन की डिमांड की. जिस पर तीनों पीड़ित व्यक्तियों ने अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर कुल 21 लाख रुपए मोतीलाल को लाकर दे दिए.

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2 महीने बाद भी नहीं लगी नौकरी...

उक्त राशि देने के 2 महीने से भी अधिक समय बीतने के बाद भी जब किसी की भी कोर्ट में एलडीसी में नौकरी नहीं लगी तो पीड़ित व्यक्तियों ने मोतीलाल से संपर्क किया. मोतीलाल ने कोर्ट की एलडीसी की भर्ती अटकने की बात कही और 21 लाख रुपए वापस करने का आश्वासन दिया. उसके बाद मोतीलाल ने तीनों व्यक्तियों को अपने खाते के चेक भर कर दिए और बैंक में चेक लगा कर अपनी राशि वापस प्राप्त करने के लिए कहा.

चेक हुए बाउंस, फोन उठाना बंद किया- जब पीड़ित व्यक्तियों ने मोतीलाल के चेक बैंक में लगाए तो तीनों चेक बाउंस हो गए. इसके बाद जब पीड़ित व्यक्तियों ने मोतीलाल से संपर्क करने का प्रयास किया तो उसने फोन उठाना ही बंद कर दिया. इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद 9 सितंबर को पीड़ित व्यक्तियों ने विधायकपुरी थाने पहुंच मोतीलाल के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है.

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