जयपुर. ग्रेड पे 3600 सहित अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे पटवारियों की सरकार से चौथे दौर की वार्ता भी विफल रही. इसके बाद पटवारियों ने 1 से 4 मार्च तक पेनडाउन हड़ताल का एलान कर दिया है. इस दौरान कोई भी पटवारी किसी भी सरकारी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं करेगा.
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अपनी मांगों को लेकर पटवारी पिछले 14 महीनों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं और पिछली 15 फरवरी से शहीद स्मारक पर दो संभाग के पटवारी एकत्र होकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जता रहे हैं. इससे पहले सरकार की पटवारियों से तीन दौर की वार्ता हो चुकी थी. दो दौर की वार्ता विफल रही और तीसरे दौर की वार्ता सकारात्मक रही थी. इसके बावजूद भी चौथे दौर की वार्ता विफल रही.
पटवारियों ने 28 फरवरी तक सरकार को अल्टीमेटम भी दिया हुआ था कि यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो 1 मार्च से प्रदेश में कार्य बहिष्कार करेंगे. रविवार को सरकार से वार्ता विफल होने के बाद पटवारियों ने पेन डाउन हड़ताल की घोषणा कर दी. प्रदेश में कोई भी पटवारी किसी भी सरकारी दस्तावेज पर इस दौरान हस्ताक्षर नहीं करेगा.
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राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र निमिवाल ने बताया कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है. इस अवसर पर महिला पटवारी जिला मुख्यालयों पर अनशन कर सरकार के खिलाफ विरोध जताएंगी. निमिवाल ने कहा कि जिस तरह से शहीद स्मारक पर दो संभाग को का धरना लगातार चल रहा है, उसी तरह से धरना अनवरत जारी रहेगा. जिला कार्यकारिणी और प्रदेश कार्यकारिणी के पटवारी भी अनशन पर बैठेंगे.
निमिवाल ने कहा कि इसके बाद भी यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो प्रदेश भर के पटवारी शहीद स्मारक पर जमा होकर धरना देंगे. निमिवाल ने कहा कि सरकार हमसे वार्ता करने के मूड में नहीं है इसीलिए पेन डाउन का निर्णय लिया गया है.