जयपुर. विदेश में फंसे प्रवासी राजस्थानी वंदे मातरम मिशन के तहत जयपुर लाए जा रहे हैं. इस मिशन के तहत गुरुवार को चौथी फ्लाइट कजाकिस्तान से जयपुर पहुंची. इस फ्लाइट के अंतर्गत करीब 147 यात्री जयपुर पहुंचे हैं. जयपुर एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद सुरक्षा के बीच उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भी पहुंचाया गया. बता दें कि यात्रियों को 20-20 के ग्रुप में रखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच की जा रही है.
यात्रियों के सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म के आधार पर उनका मेडिकल चेकअप किया जा रहा है. सभी यात्रियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करवाया जा रहा है. कस्टम क्लीयरेंस होने के बाद सीआइएसएफ (CISF) के अधिकारियों ने यात्रियों को 20-20 के ग्रुप में पुलिस को सौंपा है. इसके बाद 20-20 के ग्रुप में यात्रियों का क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचाया जा रहा है. वहीं यात्रियों के पास किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. पुलिस सुरक्षा के घेरे में ही उन्हें बसों में बैठाया गया.
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इन शहर की फ्लाइट आना अभी बाकीः
वंदे भारत मिशन के तहत जयपुर एयरपोर्ट पर 1 जून तक 13 फ्लाइटों का संचालन होना है, जिसमें लंदन, टोरंटो और कजाकिस्तान के प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया जा चुका है. तो वहीं अभी ब्रिटेन, कनाडा, रूस, फिलीपींस, किर्गिस्तान, जॉर्जिया जैसे देशों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया जाएगा. हालांकि अभी 1 जून तक 9 और फ्लाइट का संचालन जयपुर एयरपोर्ट पर होगा.
नेगेटिव आने के बाद जा सकेंगे घरः
जयपुर एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक यात्रियों के पासपोर्ट सीआइएसएफ (CISF) के एक अधिकारी के रहेंगे. वहीं इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यात्रियों को कस्टम क्लीयरेंस लेना होगा. फिर 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को पुलिस को सौंपा जाएगा. राज्य सरकार ने तीन श्रेणियों में होटल को बांटे हैं. जिसके अंतर्गत मीडियम, हाई और लोअर क्लास को रखा गया है. वहीं जिन यात्रियों को होटल में ठहराया जा रहा है. उनका किराया भी उन्हीं को चुकाना होगा. साथ ही अंतिम दिन कोरोना टेस्ट कराया जाएगा, जिसका भुगतान भी यात्री करेंगे. टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही यात्री घर लौट सकेंगे.