जयपुर. प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने एक अंतराज्यीय लूट गिरोह का पर्दाफाश किया है. जिसमें पुलिस की ओर से लिफ्ट देने के बहाने हथियार दिखाकर लूट करने वाले गिरोह के सरगना समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, 4 जिंदा कारतूस और 4 खाली कारतूस बरामद किया गया है. साथ ही इस मामले में पुलिस ने संजय चौधरी, सुनील कुमार शर्मा, वेद प्रकाश सैनी और रविंद्र को गिरफ्तार किया है. वारदात में उपयोग में ली गई कार को भी बरामद किया गया है.
वहीं, गिरोह से राजस्थान और उत्तर प्रदेश में करीब 25 वारदातों का खुलासा हुआ है. असके अलावा आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी राहगीरों को लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाकर सुनसान जगह ले जाते हैं और फिर हथियार दिखा कर उनके पास से रुपए, मोबाइल, पर्स, अंगूठी, चैन समेत अन्य सामान छीन लेते हैं.
इस गैंग के सदस्य डरा धमकाकर लोगों से एटीएम से भी पैसे निकलवा लेते हैं. गिरोह के लोग अपनी कार पर नंबर बदल-बदल कर लूट की वारदातों को अंजाम देते हैं. ये गिरोह जयपुर शहर, भरतपुर और उत्तर प्रदेश में करीब 25 वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. गिरोह का मुख्य सरगना संजय चौधरी है जो भरतपुर का रहने वाला है. इसके बाद गिरोह के सदस्य सुनील कुमार उर्फ लवली और रविन्द्र पहले भी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लूट और हत्या की वारदातें कर चुके हैं.
आरोपी सुनील कुमार उर्फ लवली सांगानेर सदर इलाके में हुए जानलेवा हमले के मामले में वांछित चल रहा है. पुलिस के मुताबिक राहगीरों को कार में लिफ्ट देकर हथियार दिखाकर लूट की वारदातों का खुलासा करने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजयपाल लांबा और डीसीपी क्राइम योगेश यादव के निर्देशन में एडीसीपी सुलेश चौधरी के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम में सूचनाएं एकत्रित करते हुए लिफ्ट देने के बहाने हथियार दिखाकर लूट करने वाले गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त की.
इसके बाद जयपुर पुलिस कमिश्नरेट सीएसटी टीम ने विश्वकर्मा थाना पुलिस के सहयोग से संयुक्त कार्रवाई करते हुए अंतराज्यीय लूट गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.