जयपुर. 16 अप्रैल राजस्थान पुलिस दिवस के तौर पर हर साल मनाया जाता है. वैसै तो पुलिस दिवस इस साल भी मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार एक नए तरीके से. इस बार राजस्थान पुलिस मानवता के लिए संकट बने कोरोना संक्रमण से लड़ाई में जुटी है. ऐसे में राजस्थान पुलिस जो "अपराधियों में डर और आमजन में विश्वास" के स्लोगन के साथ काम करती थी.
वहीं, राजस्थान पुलिस नए नाम से जानी जा रही है और वह है कोरोना वारियर्स. हमेशा अपराधियों से जनता को बचाने वाली और रोजाना अपराधियों से दो-चार होने वाली राजस्थान पुलिस, अभी प्रदेश की जनता को कोरोना के संक्रमण बचाने में जुटी है. चाहे कोई शहर हो जहां स्वास्थ्य कर्मियों को जांच करने जाना हो तो पुलिस उनके साथ है, चाहे सरकार के लॉकडाउन के आदेशों को सख्ती के साथ मनवाना हो, प्रदेश में चाहे कोई भी सड़क क्यों ना हो कोई भी चौराहा क्यों ना हो, इस समय चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात है.
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दरअसल, इसका कारण है कि लोग अपने घरों से बाहर ना निकले चाहे समझाइश करनी हो या फिर सख्ती. दोनों ही तरीकों से पुलिस अपना प्रयास कर रही है. शहर ही नहीं गांव के साथ कस्बे में भी पुलिस का पहरा है. ताकि लोगों मैं सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और लॉकडाउन के चलते वह सुरक्षित रहें.