जयपुर. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार को राजधानी में हुए शांति मार्च में राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री शरद यादव शामिल हुए. इस दौरान पूर्व मंत्री शरद यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि मौजूदा स्थिति में देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बन गई है. उन्होंने कहा कि मौजूदा मोदी सरकार देश को धर्म और जातियों के आधार पर बांटने पर तुली है और हालत यह हो चुके हैं कि अब संविधान के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं.
राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरद यादव ने देश के आम आवाम से अपील की कि वे केंद्र की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी सहित तमाम विपक्षी दल इस मामले में लगातार आवाज उठा रहे हैं और अब देश के अलग-अलग राज्यों में जनता भी उनके साथ दिख रही है.
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शरद यादव ने रविवार को जयपुर में कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के साथ सिविल सोसायटी के शांति मार्च की भी सराहना की. साथ ही उन्होंने शांति मार्च में जुटे हजारों लोगों से अपील की कि वे गांधीवादी तरीके से अपना आंदोलन जारी रखें. शरद यादव ने भाजपा शासित प्रदेशों में इस संशोधित कानून को लेकर हो रहे उपद्रव को लेकर भी कहा कि यह किसी राज्य विशेष से जुड़ा मामला नहीं है बल्कि देश के नागरिकों से जुड़ा मामला है. उन्होंने कहा कि देश में वही होना चाहिए जो सभी प्रदेश की जनता चाहे.