जयपुर. कांग्रेस विधायक और राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोघरा ने अपना इस्तीफा भले ही मुख्यमंत्री को भेज दिया हो, लेकिन गणेश घोघरा से पहले विधायक पद से इस्तीफा देने वाले हेमाराम चौधरी ने तो घोघरा के इस्तीफे पर ही सवाल खड़े कर दिए (Hemaram Choudhary questions Ghogra resignation) हैं. चौधरी ने कहा कि घोघरा ने किसको इस्तीफा दिया है? मैंने तो इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को दिया था.
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को तो इस्तीफा स्वीकार करने का अधिकार ही नहीं है. विधायक का इस्तीफा तो विधानसभा अध्यक्ष ही स्वीकार करता है. चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में कोई विधायक नाराज नहीं है, घोघरा भी नाराज नहीं हैं. उन्होंने अपनी बहुत उठाने के लिए ही मुख्यमंत्री को कहा है. पायलट गुट के साथ नाराज होकर मानेसर जाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी, अब प्रदेश सरकार में मंत्री भी बन चुके हैं और कांग्रेस पार्टी में विधायकों की नाराजगी या गुटबाजी से भी इनकार कर रहे हैं.
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राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायकों की नाराजगी को लेकर सवाल के जवाब में चौधरी ने कहा कि भले ही आज कोई कुछ भी कहे, लेकिन 10 जून को जब राज्यसभा चुनाव के नतीजे आएंगे और कांग्रेस पार्टी 3 राज्यसभा सीटें जीत जाएगी. तब हर कोई मान लेगा कि कांग्रेस में न तो कोई गुटबाजी है, न ही कोई विधायक नाराज है. वहीं, राज्यसभा चुनाव में विधायकों की बाड़ाबंदी को लेकर चौधरी ने कहा कि अगर 4 सीट पर 4 ही प्रत्याशी उतरे और चुनाव निर्विरोध हुआ तो फिर बाड़ेबंदी नहीं होगी. हालांकि, प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा हुई तो बात अलग होगी.