जयपुर. डूंगरपुर नगर परिषद क्षेत्र का कायाकल्प करने वाले स्वच्छ भारत मिशन राजस्थान के ब्रांड एंबेसडर केके गुप्ता शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय पहुंचे. यहां ग्रेटर नगर निगम के अधिकारियों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए, उन्होंने डोर टू डोर कचरा संग्रहण को शत-प्रतिशत घरों में लागू करने, कचरे का सेग्रीगेशन करने, शहर को प्लास्टिक फ्री और सफाई के लिए निगम को छोटी-छोटी इकाइयों में बांटने के सुझाव दिए. जिसे धरातल पर उतारने के लिए ग्रेटर निगम मेयर सौम्या गुर्जर ने अधिकारियों को निर्देश दिए.
स्वच्छता में जयपुर को अगर अव्वल आना है तो सबसे पहले डोर टू डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था को शत-प्रतिशत घरों तक लागू करना होगा. इसके साथ ही सेग्रीगेशन व्यवस्था को सुचारू करना होगा. ये कहना है स्वच्छ भारत मिशन राजस्थान के ब्रांड एंबेसडर केके गुप्ता शुक्रवार को ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि सफाई के लिए निगम क्षेत्र को कई भागों में विभाजित कर प्रत्येक भाग पर एक प्रभारी नियुक्त किया जाए, ताकि क्षेत्र के पब्लिक टॉयलेट, श्मशान और कचरा यार्ड पर पूरी निगरानी रखी जा सके और वहां नियमित सफाई हो.
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उन्होंने कहा कि जनचेतना के लिए स्कूली छात्रों को सफाई अभियान से जोड़ा जाना चाहिए. वहीं स्वच्छता के लिए जरूरी है कि सबसे पहले शहर में प्लास्टिक पूरी तरह बैन हो और प्लास्टिक की थैलियों की बजाय कपड़े और कागज की थैलियों का इस्तेमाल किया जाए. इस दौरान उन्होंने जल संचय और पर्यावरण संरक्षण के लिए रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बढ़ावा देने की भी बात कही. वहीं महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि इंदौर और डूंगरपुर से जयपुर को सीख लेनी चाहिए और स्वच्छ भारत मिशन के एंबेसडर द्वारा दिए गए सुझावों को धरातल पर उतारने का प्रयत्न किया जाएगा.
उधर, हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर ने अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए 10 जेटिंग मशीनें और हाथ गाड़ियां खरीदने के निर्देश दिए, ताकि तंग गलियों में बेहतर सफाई हो सके. उन्होंने शिकायतों का उसी दिन निस्तारण करने के निर्देश दिए.