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प्रदेश में गर्मी में पहली बार खपत की तुलना में अधिक बिजली उत्पादन - खपत

प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़कर प्रतिदिन 24 लाख यूनिट हो गई है, लेकिन खपत की तुलना में उत्पादन भी बढ़ा है. इसके कारण डिस्कॉम अधिकारी भी बिजली के बढ़े लोड को लेकर चिंतित नहीं दिख रहे हैं.

विद्युत भवन, जयपुर
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Published : May 16, 2019, 9:23 PM IST

जयपुर. गर्मी के मौसम में इस बार प्रदेश की जनता को बिजली कटौती की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़कर प्रतिदिन 24 लाख यूनिट हो गई है, लेकिन खपत की तुलना में उत्पादन भी बढ़ा है. राजस्थान बिजली उत्पादन निगम की प्रदेश में संचालित नौ उत्पादन इकाइयों से वर्तमान में 6 हजार 617 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. हालांकि उत्पादन इकाइयों की क्षमता इससे अधिक है, लेकिन जितना उत्पादन हो रहा है, वह बिजली खपत की तुलना में अधिक है. डिस्कॉम अधिकारी भी इस बार बिजली के बढ़े हुए लोड को लेकर चिंतित नहीं दिख रहे हैं.

प्रदेश में गर्मी में पहली बार खपत की तुलना में अधिक बिजली उत्पादन

उत्पादन अधिक इसलिए रात को पावर हाउस करने पड़ते हैं बंद
राजस्थान बिजली वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में पिछले साल की तुलना में इस बार गर्मी में 11 फीसदी बिजली की खपत बढ़ी है. बिजली का यह लोड ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक बढ़ा है. बावजूद इसके अब तक बाहर से बिजली खरीदनी नहीं पड़ी है. हालांकि जब लोड अधिक बढ़ जाता है तब एक्सचेंज से कुछ बिजली जरूर ली जाती है. फिलहाल जो स्थिति है उसमें दिन में बिजली की पूरी आपूर्ति निर्बाध रूप से की जा रही है. वहीं रात में उत्पादन अधिक होने पर कुछ पावर हाउस को बंद करना पड़ते हैं.

पिछले दो दिनों में बिजली की खपत में आई अधिक कमी
पिछले 2 दिन से प्रदेश के अधिकतर इलाकों में अंधड़ और बूंदाबांदी के बाद बिजली की खपत में एकदम से गिरावट आई है. 2 दिनों में बिजली की खपत 24 लाख यूनिट से घटकर 19 से 20 लाख यूनिट तक रह गई है. हालांकि तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत और बढ़ने की संभावना है. लेकिन डिस्कॉम एमडी के अनुसार आगामी दिनों के लिए बिजली की समुचित व्यवस्था डिस्कॉम ने कर ली है. ताकि आम उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली कमी की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.

जयपुर. गर्मी के मौसम में इस बार प्रदेश की जनता को बिजली कटौती की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़कर प्रतिदिन 24 लाख यूनिट हो गई है, लेकिन खपत की तुलना में उत्पादन भी बढ़ा है. राजस्थान बिजली उत्पादन निगम की प्रदेश में संचालित नौ उत्पादन इकाइयों से वर्तमान में 6 हजार 617 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. हालांकि उत्पादन इकाइयों की क्षमता इससे अधिक है, लेकिन जितना उत्पादन हो रहा है, वह बिजली खपत की तुलना में अधिक है. डिस्कॉम अधिकारी भी इस बार बिजली के बढ़े हुए लोड को लेकर चिंतित नहीं दिख रहे हैं.

प्रदेश में गर्मी में पहली बार खपत की तुलना में अधिक बिजली उत्पादन

उत्पादन अधिक इसलिए रात को पावर हाउस करने पड़ते हैं बंद
राजस्थान बिजली वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में पिछले साल की तुलना में इस बार गर्मी में 11 फीसदी बिजली की खपत बढ़ी है. बिजली का यह लोड ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक बढ़ा है. बावजूद इसके अब तक बाहर से बिजली खरीदनी नहीं पड़ी है. हालांकि जब लोड अधिक बढ़ जाता है तब एक्सचेंज से कुछ बिजली जरूर ली जाती है. फिलहाल जो स्थिति है उसमें दिन में बिजली की पूरी आपूर्ति निर्बाध रूप से की जा रही है. वहीं रात में उत्पादन अधिक होने पर कुछ पावर हाउस को बंद करना पड़ते हैं.

पिछले दो दिनों में बिजली की खपत में आई अधिक कमी
पिछले 2 दिन से प्रदेश के अधिकतर इलाकों में अंधड़ और बूंदाबांदी के बाद बिजली की खपत में एकदम से गिरावट आई है. 2 दिनों में बिजली की खपत 24 लाख यूनिट से घटकर 19 से 20 लाख यूनिट तक रह गई है. हालांकि तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत और बढ़ने की संभावना है. लेकिन डिस्कॉम एमडी के अनुसार आगामी दिनों के लिए बिजली की समुचित व्यवस्था डिस्कॉम ने कर ली है. ताकि आम उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली कमी की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.

Intro:इस गर्मी राजस्थान में प्रतिदिन 2400 लाख यूनिट बिजली की खपत

बिजली की खपत बढ़ी लेकिन आपूर्ति अब तक सामान्य, इस बार गर्मी में नहीं खरीदी कोई बिजली

उत्पादन निगम प्रतिदिन कर रहा 6617 मेगावाट बिजली का उत्पादन

जयपुर (इंट्रो एंकर)
राजस्थान में गर्मी के इस मौसम में इस बार देशवासियों को बिजली कटौती यह कमी की समस्या से नहीं जूझना होगा। प्रदेश में पारा चढ़ने के साथ ही बिजली की खबर तो बढ़कर प्रतिदिन 24 लाख यूनिट हो गई है लेकिन खपत की तुलना में उत्पादन भी बड़ा है राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम कि प्रदेश में संचालित नोट पादन इकाइयों से वर्तमान में 6617 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। हालांकि उत्पादन इकाइयों की क्षमता इससे अधिक है लेकिन जितना उत्पादन हो रहा है वह राजस्थान में हो रही बिजली की खपत की तुलना में अधिक है। डिस्कॉम अधिकारी भी इस बार बिजली के बढ़े हुए लोड को लेकर चिंतित नहीं दिखते।

उत्पादन अधिक इसलिए रात को पावर हाउस करना पड़ते हैं बंद-

राजस्थान विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में पिछले साल की तुलना में इस बार गर्मी में 11 प्रतिशत बिजली की खपत बढ़ी है लेकिन उसकी तुलना में बिजली का लोड ज्यादा बड़ा है। बिजली का यह लोड ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक बड़ा है बावजूद इसके अब तक बाहर से बिजली खरीदना नहीं पड़ी है हालांकि जिससे में लोड अधिक बढ़ जाता है तब एक्सचेंज से कुछ बिजली जरूर ली जाती है। फिलहाल जो स्थिति है उसमें दिन में बिजली की पूरी आपूर्ति निर्बाध रूप से की जा रही है तो वहीं रात्रि में उत्पादन अली होने पर विद्युत निगम को कुछ पावर हाउस बंद भी करना पड़ते हैं।

पिछले दो दिनों में बिजली की खपत में आई अधिक कमी-

पिछले 2 दिन से प्रदेश के अधिकतर इलाकों में चले अंधड़ और हुई बूंदाबांदी के बाद बिजली की खपत ने भी एकदम से गिरावट आई है इन 2 दिनों में प्रदेश में बिजली की खपत 2400000 प्रति यूनिट से घटकर महज 19 लाख से 2000 नाच यूनिट तक ही रह गई हालांकि तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत और बढ़ने की संभावना है लेकिन डिस्कॉम एमडी है क्या गुप्ता के अनुसार आगामी दिनों के लिए भी बिजली की समुचित व्यवस्था डिस्कॉम ने कर ली है ताकि आम उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली की कमी से जुड़ी समस्या का सामना ना करना पड़े।

बाईट- एके गुप्ता, डिस्कॉम एमडी

(Edited vo pkg-bijli khpat)



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(Edited vo pkg-bijli khpat)


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