जयपुर. मंकी पॉक्स अब देश में भी पांव पसारने लगा है. दिल्ली और केरला के बाद सोमवार को राजधानी जयपुर में मंकी पॉक्स का एक संदिग्ध मरीज भी सामने आया है. ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से मंकी पॉक्स को लेकर विस्तृत गाइडलाइन भी जारी की गई है. लोगों से सतर्क रहने के लिए भी कहा गया है.
आरयूएचएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि इस मरीज को किशनगढ़ से रेफर किया गया है. दरअसल मरीज के शरीर पर लाल चकत्ते दिखाई दे रहे हैं और मंकी पॉक्स संक्रमण होने पर आमतौर पर मरीज में कुछ ऐसे ही लाल चकत्ते दिखाई देते हैं. मरीज को किशनगढ़ से आरयूएचएस रेफर किया गया. फिलहाल मरीज को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
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डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि पहली बार में देखने पर मरीज के शरीर पर यह लाल चकत्ते चिकन पॉक्स जैसे दिखाई दे रहे हैं लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर मरीज के सैंपल लेकर SMS मेडिकल कॉलेज लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं और यदि जरूरत पड़ी तो पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी लैब में भी सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे ताकि स्थिति साफ हो सके.
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फिलहाल पूरे प्रदेश में यह पहला संदिग्ध मामला सामने आया है और इसे लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से एक विस्तृत गाइडलाइन भी जारी की गई है. इसके तहत सभी सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पतालों के चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि मंकी पॉक्स से जुड़ा कोई भी लक्षण मरीज में देखने को मिलता है तो उसे तुरंत रेफर किया जाए. इसके अलावा केवल जयपुर की बात करें तो SMS अस्पताल और आरयूएचएस अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड इस तरह के संदिग्ध मरीजों के लिए तैयार किए गए हैं.
संदिग्ध मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री : डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि संदिग्ध मरीज किशनगढ़ या इसके आसपास के क्षेत्र का रहने वाला है. 20 साल के इस मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री की बात करें तो यह संदिग्ध मरीज बेंगलुरु में रहकर पढ़ाई कर रहा है और बेंगलुरु से वापस राजस्थान अपने घर लौटने के बाद इसमें लक्षण दिखाई दिए. बताया यह भी जा रहा है कि बेंगलुरु में जिस व्यक्ति के साथ यह मरीज रह रहा था, उसमें भी यह लक्षण दिखाइए दिए हैं.