जयपुर. राजधानी स्थित राजस्थान आवासन मंडल के मुख्यालय पर बुधवार को प्रदेश के पहले सैनिटाइजेशन स्टेशन की शुरुआत की गई. डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए सैनिटाइजेशन स्टेशन बनाया गया है, जिसके लिए मंडल स्तर पर एडवाजरी जारी करते हुए प्रत्येक आगंतुक और कर्मचारी को परिसर में प्रवेश और निकास के समय मुख्यद्वार पर बने सैनिटाइजेशन स्टेशन का इस्तेमाल करने के निर्देश जारी किए हैं.
राज्य सरकार के निर्देश पर आवासन मंडल के सभी कार्यालय अब पूर्ण क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे. कोरोना वायरस के संक्रमण काल में डब्ल्यूएचओ से लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने कुछ गाइडलाइन भी जारी की है. कर्मचारियों को कार्यालय पर मास्क पहनने, नियमित अंतराल पर हाथ धोने और सैनिटाइज करने को एडवाइजरी में शामिल किया गया है. ऐसे में बुधवार को राजस्थान आवासन मंडल मुख्यालय पर प्रदेश के पहले सैनिटाइजेशन स्टेशन की स्थापना की गई, जहां चार तरफ नल और साबुन लगाए गए हैं जिसे फुट पैडल के माध्यम से इस्तेमाल किया जा सकता है.
पढ़ें- निरोगी राजस्थान योजना को आगे बढ़ाने के लिए रघु शर्मा ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
वहीं, सैनिटाइजर सेंसर मशीन भी लगाई गई है. इसका उद्घाटन हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने किया. अरोड़ा ने बताया कि अब प्रदेश के सभी कार्यालय को खोल दिया गया है और यहां शत प्रतिशत उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा रही है. ऐसे में सरकार की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए सैनिटाइजेशन स्टेशन बनाया गया है, जहां हाथों को सैनिटाइज करने से लेकर कोरोना वायरस से बचाव के उपाय भी लिखे गए हैं.
अरोड़ा ने बताया कि ये एक तरह का मॉडल बनाया गया है. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के दूसरे कार्यालय भी इसे फॉलो करेंगे. साथ ही हाउसिंग बोर्ड की जितनी भी रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी है, उनसे भी अपील की है कि सोसाइटी के मुख्य द्वार पर व्यवस्थित सैनिटाइजेशन स्टेशन बनाया जाए. ऐसा करने पर बोर्ड की ओर से सोसाइटी को 25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
इसके साथ ही कर्मचारियों के लिए आदेश जारी करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी मापदंडों का सख्ती से पालन करने, प्रवेश और निकास के समय हाथों को धोने और सैनिटाइज करने, कोविड 19 के प्रारंभिक लक्षण सामने आने पर जांच और उपचार, आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने, कंटेनमेंट जोन से कर्मचारी को कार्यालय नहीं आने जैसे निर्देश भी जारी किए गए हैं.