जयपुर. 1 जनवरी से देशभर के सभी टोल प्लाजा को कैशलेस कर दिया जाएगा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है. इसके साथ ही अब वाहनों को सिर्फ फास्टैग लेने के लिए टोल से गुजरना पड़ेगा. वहीं फास्टैग से भुगतान नहीं करने पर दुगना टोल देना होगा.
प्रदेश में अभी 89 टोल नाके हैं. यहां से रोज करीब 6 लाख से ज्यादा वाहन टोल से निकलते हैं. इनमें से 1.5 लाख वाहन ऐसे हैं, जिनमें फास्ट टैग नहीं लगवाया गया है. वहीं 4. 30 लाख वाहन ऐसे हैं, जो फास्टैग का उपयोग करके ही टोल से निकलते हैं. करीब 1000 वाहन ई भुगतान कर रहे हैं.
ऐसे में प्रदेश में 25 फीसदी वाहन अब अभी भी बिना फास्टैग कैशलेन से निकल रहे हैं. ऐसे में 1 जनवरी से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा कैशलेन को बंद कर दिया जाएगा. केवल फास्टैग वाले वाहन टोल नाकों से निकल सकेंगे. ऐसे में यदि कोई वाहन पर फास्टैग नहीं है और वह कैश लाइन से निकलता है, तो उससे दुगना चार्ज वसूला जाएगा.
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फास्टैग पर भी लगने लगा जाम
बता दें कि प्रदेश के अंतर्गत 74 फीसदी वाहन अभी फास्टैग से भुगतान कर रहे हैं. ऐसे में फास्टैग लेन पर अब वाहनों का भार बढ़ने लग गया है. एनएचआई की अव्यवस्था के कारण फास्ट लेन पर भी जाम लगने लगा है. यहां पर कई टोल पर फास्टैग काम नहीं कर रहे हैं. आगरा रोड के बस्सी और सिकंदरा टोल नाकों पर कई बार 2 किलोमीटर लंबी कतारें लग जाती है.
जानिए प्रदेश के टोल नाकों की स्थिति
- प्रदेश में 89 टोल नाके
- रोजाना निकलते है 615758 वाहन
- 75.77 फीसदी वाहन में है फास्टैग
- 0.33 फीसदी कर रहे ई भुगतान
- 1 लाख 54 हजार 56 वाहन रोजाना निकलते हैं कैशलेन से
- 10 करोड़ 26 लाख 49 हजार 557 रुपए टोल नाकों से रोज कलेक्शन हो रहा