जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के चलते प्रदेश के सभी केंद्रीय और उप कारागारों में बंद बंदियों की उनके परिजनों से होने वाली मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई थी. जिसे अब एक बार फिर से शुरू किया गया है और करीब 11 महीने बाद एक बार फिर से जेल में बंद बंदी अपने परिजनों से फेस टू फेस मुलाकात कर सकेंगे.
पढ़ें- 11 महीने बाद जेलों में फिर से शुरू हुई बंदियों और परिजनों की फेस-टू-फेस मुलाकात
मार्च 2020 से जेल में बंद बंदियों की उनके परिजनों से होने वाली फेस टू फेस मुलाकात को कोरोना के चलते बंद करने का फैसला लिया गया था. इसके साथ बंदियों की उनके परिजनों से ई-मुलाकात कराई जाती थी. अब एक बार फिर से हालात सामान्य होने पर और वर्तमान में प्रदेश के किसी भी जेल में कोरोना का एक भी केस नहीं होने पर बंदियों की उनके परिजनों से फेस टू फेस मुलाकात कराने का फैसला लिया गया है.
कोविड प्रोटोकॉल की करनी होगी पालना
मंगलवार से जेल विभाग की ओर से बंदियों को उनके परिजनों से फेस टू फेस मुलाकात करने की स्वीकृति प्रदान की गई है. बंदियों और उनके परिजनों को फेस टू फेस मुलाकात करने के साथ ही कोविड प्रोटोकॉल की पालना भी करनी होगी. बंदियों से फेस टू फेस मुलाकात के दौरान परिवार का केवल एक ही सदस्य मिल सकेगा. इसके लिए बंदी और उसके परिजन को 15 मिनट का वक्त दिया जाएगा.
वहीं, बंदी की ओर से मुलाकात के लिए पूर्व में जिन 5 सदस्यों के नाम दिए गए हैं, उन्हीं में से एक सदस्य फेस टू फेस मुलाकात कर सकेगा. मुलाकात करने वाले व्यक्ति को फेस मास्क और हैंड ग्लब्स पहनना अनिवार्य होगा.