जयपुर. राजस्थान सरकार की ओर से हाल ही में आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए. इस दौरान डीजी बीएल सोनी को सरकार ने जेल विभाग की जिम्मेदारी सौंपा है. डीजी जेल का कार्यभार संभालने के बाद बीएल सोनी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि जेल विभाग में कार्य करना उनके लिए एक नया अनुभव है. इस विभाग में करने को अनेक कार्य हैं.
उन्होंने बताया कि राजस्थान की विभिन्न जेलों में 22 हजार कैदी वर्तमान में बंद हैं और उन तमाम कैदियों के प्रति जेल विभाग की जो भी जिम्मेदारियां बनती हैं, उन तमाम जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वाह किया जाएगा. सोनी ने बताया कि पदभार ग्रहण करने के बाद वह पिछले 24 घंटों के दौरान जेल की कार्यप्रणाली से रू-ब-रू हुए और इसके साथ ही उनके द्वारा अनेक सुझाव भी जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को दिए गए हैं.
डीजी जेल का पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने प्रदेश के तमाम जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान प्रदेश के जेल में काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की.
कैदी समाज में लौटें तो बेहतर इंसान बनकर लौटें...
डीजी सोनी ने बताया कि राजस्थान की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों के व्यवहार को सुधारने के लिए तमाम प्रयत्न किए जाएंगे, ताकि कोई भी कैदी जब अपनी सजा पूरी कर जेल से बाहर निकले और वापस समाज का हिस्सा बने तो वह एक बेहतर इंसान के रूप में समाज में अपनी पहचान बना सके. इसके लिए तमाम प्रयत्न जेल विभाग की तरफ से किए जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें. ग्रामीणों की कोरोना से जंग: बेहतर रणनीति और युवाओं के सहारे राजसमंद का ये गांव लड़ रहा कोरोना से जंग
जेल में लगाए गए जैमर में किया जाएगा बदलाव...
डीजी जेल बीएल सोनी ने बताया कि प्रदेश की तमाम जेलों में मोबाइल नेटवर्क को रोकने के लिए जो जैमर लगाए गए हैं, उनमें शीघ्र ही बदलाव किया जाएगा. वर्तमान में जो जैमर जेल में कार्यरत हैं वह केवल 2G और 3G नेटवर्क को ही रोकने में सक्षम हैं. जिसका फायदा जेल में बंद कैदी उठाते हैं और 4G नेटवर्क की मदद से जेल में बंद खूंखार बदमाश अपने नेटवर्क को बड़ी ही आसानी से ऑपरेट करते हैं. साथ ही जो बदमाश लगातार अपराधों में लिप्त रहते हैं उन पर नकेल कसने के लिए जेल विभाग संबंधित जिला पुलिस और आरएससी की मदद भी लेगा. इसके साथ ही जेल में बंद खूंखार बदमाशों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी.
यह भी पढ़ें. Exclusive: राजस्व अर्जित करना और Pending Project को पूरा करना प्राथमिकता : जेडीसी गौरव गोयल
कैदियों का मानसिक तनाव कम करने पर रहेगा फोकस...
डीजी ने बताया कि जेल में बंद कैदियों का मानसिक तनाव कम करने के लिए कैदियों की लगातार काउंसलिंग की जाएगी. साथ ही उन्हें रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे. वर्तमान में विभिन्न कंपनियों और फैक्ट्रियों के साथ जेल विभाग का अनुबंध हैं. जिनसे बात करके कैदियों को रोजगार के और भी अधिक अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे और इसके साथ ही कैदियों को एक अच्छा नागरिक बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा.
हाई सिक्योरिटी जेल में किए जाएंगे बदलाव...
डीजी ने बताया कि प्रदेश के तमाम हाई सिक्योरिटी जेल में अनेक तरह के बदलाव किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि वह हाई सिक्योरिटी जेल को विजिट भी कर रहे हैं. साथ ही हाई सिक्योरिटी जेल में पूर्व में जिस तरह के कई प्रकरण सामने आए हैं उनकी पुनरावृति ना हो इसका भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. इसके साथ ही हाई सिक्योरिटी जेल में आला अधिकारियों से बात करने के बाद संस्थागत परिवर्तन किए जाएंगे, ताकि हाई सिक्योरिटी जेल में यदि किसी भी तरह की कोई बात घटित होती है तो वह बाहर निकलने से पहले ही अधिकारियों की निगाहों में आ सके.
यह भी पढ़ें : लोकल लेवल पर कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगातार की जा रही सैंपलिंग: राजसमंद कलेक्टर
कैदियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बरती जा रही विशेष सतर्कता...
डीजी जेल ने बताया कि राजस्थान की विभिन्न जेल में कैदियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद विशेष सतर्कता बरती जा रही है. मंगलवार को प्रतापगढ़ जेल में 126 कैदियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बीएल सोनी जेल विभाग के अधिकारियों के साथ प्रतापगढ़ के दौरे के लिए रवाना हुए. बीएल सोनी ने कहा कि प्रतापगढ़ पहुंचने के बाद वह जेल विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से चर्चा करेंगे. साथ ही जो कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनसे मुलाकात भी करेंगे. वहीं, जिला प्रशासन से संपर्क कर कैदियों को बेहतर इलाज उपलब्ध करवाने और साथ ही जो कैदी कोरोना के संक्रमण से बचे हुए हैं. उनकी भी लगातार मॉनिटरिंग करने को लेकर वार्ता करेंगे.