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पर्यटन निगम के लिए जागी उम्मीद की किरण, आबकारी विभाग ने 15 शराब की दुकानें खोलने की दी अनुमति - 15 शराब की दुकानें खोलने की अनुमति

प्रदेश में आबकारी विभाग ने पर्यटन निगम को 15 शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है. ऐसे में पर्यटन निगम के लिए यह एक उम्मीद की किरण है. बता दें कि पर्यटन निगम को लॉकडाउन के चलते जो घाटा हुआ है, उसको शराब की दुकानों के जरिए भी भरा जा सकेगा.

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आबकारी विभाग ने 15 शराब की दुकानें खोलने की दी अनुमति
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Published : May 28, 2020, 8:39 PM IST

जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है. बता दें कि इस वायरस के चलते इस बार प्रदेश के पर्यटन निगम को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन अब पर्यटन निगम के लिए एक उम्मीद की किरण जगती हुई नजर आ रही है. बता दें कि आबकारी विभाग ने पर्यटन निगम को 15 शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है.

हालांकि, अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि पर्यटन निगम ये 15 शराब की दुकानें चलाता है, तो जल्दी ही प्रदेश के अंतर्गत शराब की ओवरेट पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा. क्योंकि कोरोना के कहर के चलते प्रदेश में इस समय पर्यटन निगम खराब हालात से गुजर रहा है. ऐसे में पर्यटन निगम के लिए भी यह एक उम्मीद की किरण है और पर्यटन निगम को लॉकडाउन के चलते जो घाटा हुआ है, उसको शराब की दुकानों के जरिए भी भरा जा सकेगा.

बता दें कि इन दुकानों को लेकर प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है. इसमें पैलेस ऑन व्हील्स के कुछ कर्मचारियों को भी लगाया गया है. पर्यटन निगम से जुड़े सूत्रों की मानें तो विभाग ने 32 दुकानों को लेकर आवेदन किया था, लेकिन आबकारी विभाग की ओर से अभी 15 दुकानों की अनुमति दी गई है. विभाग का कहना है कि 15 इकाइयों में ही स्ट्रक्चर पर्यटन विभाग के पास अभी बना हुआ है. आबकारी विभाग ने पर्यटन विभाग को इस संबंध में कहा कि पहले 17 दुकानों का स्ट्रक्चर बनाये. उसके बाद इस प्रस्ताव को लेकर आएं.

आपको बता दें कि इन 15 दुकानों की फीस दो करोड़ 80 लाख रुपए है, लेकिन इस समय पर्यटन विभाग की हालत खराब है. जिसकी वजह से आबकारी विभाग ने इन रुपयों को 4 किश्तों में बांट दिया है. साथ ही बता दें कि राज्य सरकार को कोर्ट ने हलफनामा भी दे रखा है, कि प्रदेश में शराब की 1000 दुकानें खोली जा सकती हैं. बहरहाल, यदि यह पर्यटन निगम गंगानगर शुगर मिल और आरएसबीएल शराब की दुकान खोलता है, तो प्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या 1000 से अधिक हो जाएगी . जिसको लेकर विभाग को कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.

नई आबकारी नीति में हुआ था संशोधन

बता दें कि प्रदेश में इस बार नई आबकारी नीति को लेकर संशोधन किया गया था. जिसके अंतर्गत आरएसबीएसएल , पर्यटन निगम और गंगानगर शुगर मिल को भी शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई थी. जहां पहले अभी तक केवल आबकारी विभाग ही शराब की दुकानें खोल सकता था, वहीं अब इन तीन और डिपार्टमेंट को शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है. जिसके तहत पर्यटन निगम 15 दुकानें खोलने जा रहा है.

पर्यटन निगम की इन यूनिटों में खुलेगी शराब की दुकान

बता दें कि मोटल रतनपुर मूमल जैसलमेर पन्ना, चित्तौड़गढ़ जनता आवास, चित्तौड़गढ़ चंबल, कोटा गणगौर, जयपुर स्वागतम, जयपुर ढोला मारू, बीकानेर मिडवे, सीकर होटल, झुंझुनू खादिम, अजमेर घूमर, जोधपुर चंद्रावती, झालावाड़ मिडवे, बहरोड़ मीनल, अलवर पर शराब की दुकानें खुलेंगी.

जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है. बता दें कि इस वायरस के चलते इस बार प्रदेश के पर्यटन निगम को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन अब पर्यटन निगम के लिए एक उम्मीद की किरण जगती हुई नजर आ रही है. बता दें कि आबकारी विभाग ने पर्यटन निगम को 15 शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है.

हालांकि, अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि पर्यटन निगम ये 15 शराब की दुकानें चलाता है, तो जल्दी ही प्रदेश के अंतर्गत शराब की ओवरेट पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा. क्योंकि कोरोना के कहर के चलते प्रदेश में इस समय पर्यटन निगम खराब हालात से गुजर रहा है. ऐसे में पर्यटन निगम के लिए भी यह एक उम्मीद की किरण है और पर्यटन निगम को लॉकडाउन के चलते जो घाटा हुआ है, उसको शराब की दुकानों के जरिए भी भरा जा सकेगा.

बता दें कि इन दुकानों को लेकर प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है. इसमें पैलेस ऑन व्हील्स के कुछ कर्मचारियों को भी लगाया गया है. पर्यटन निगम से जुड़े सूत्रों की मानें तो विभाग ने 32 दुकानों को लेकर आवेदन किया था, लेकिन आबकारी विभाग की ओर से अभी 15 दुकानों की अनुमति दी गई है. विभाग का कहना है कि 15 इकाइयों में ही स्ट्रक्चर पर्यटन विभाग के पास अभी बना हुआ है. आबकारी विभाग ने पर्यटन विभाग को इस संबंध में कहा कि पहले 17 दुकानों का स्ट्रक्चर बनाये. उसके बाद इस प्रस्ताव को लेकर आएं.

आपको बता दें कि इन 15 दुकानों की फीस दो करोड़ 80 लाख रुपए है, लेकिन इस समय पर्यटन विभाग की हालत खराब है. जिसकी वजह से आबकारी विभाग ने इन रुपयों को 4 किश्तों में बांट दिया है. साथ ही बता दें कि राज्य सरकार को कोर्ट ने हलफनामा भी दे रखा है, कि प्रदेश में शराब की 1000 दुकानें खोली जा सकती हैं. बहरहाल, यदि यह पर्यटन निगम गंगानगर शुगर मिल और आरएसबीएल शराब की दुकान खोलता है, तो प्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या 1000 से अधिक हो जाएगी . जिसको लेकर विभाग को कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.

नई आबकारी नीति में हुआ था संशोधन

बता दें कि प्रदेश में इस बार नई आबकारी नीति को लेकर संशोधन किया गया था. जिसके अंतर्गत आरएसबीएसएल , पर्यटन निगम और गंगानगर शुगर मिल को भी शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई थी. जहां पहले अभी तक केवल आबकारी विभाग ही शराब की दुकानें खोल सकता था, वहीं अब इन तीन और डिपार्टमेंट को शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है. जिसके तहत पर्यटन निगम 15 दुकानें खोलने जा रहा है.

पर्यटन निगम की इन यूनिटों में खुलेगी शराब की दुकान

बता दें कि मोटल रतनपुर मूमल जैसलमेर पन्ना, चित्तौड़गढ़ जनता आवास, चित्तौड़गढ़ चंबल, कोटा गणगौर, जयपुर स्वागतम, जयपुर ढोला मारू, बीकानेर मिडवे, सीकर होटल, झुंझुनू खादिम, अजमेर घूमर, जोधपुर चंद्रावती, झालावाड़ मिडवे, बहरोड़ मीनल, अलवर पर शराब की दुकानें खुलेंगी.

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