जयपुर: आरएएस भर्ती-2018 में चयनित प्रमोद शर्मा और प्रह्लाद सिंह शेखावत का अबतक का सफर कड़ी मेहनत और लगन के साथ ही संघर्ष और रोमांच की अनूठी कहानी बयां करता है. जयपुर के प्रह्लाद सिंह शेखावत ने 17 साल तक सेना में सेवा दी और 2017 में सेवानिवृत्ति के अगले दिन से ही आरएएस की तैयारी में जुट गए.
करीब डेढ़ साल की तैयारी के बाद 2018 में आरएएस की परीक्षा दी. जिसका परिणाम अब आया है. इस दौरान उनका चयन प्रधानाध्यापक सेवा में हो गया. वर्तमान में चाकसू तहसील के जयप्रकाशपुरा की राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में बतौर प्रधानाध्यापक सेवा दे रहे हैं. आरएएस-2018 में उन्होंने एक्स सर्विसमैन कोटे में 21वीं रैंक हासिल की है. खास बात यह है कि उन्होंने पहले प्रयास में ही यह सफलता हासिल की है.
चूरू के मूल निवासी प्रमोद शर्मा नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद आरएएस की तैयारी में जुटे और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की है. प्रमोद शर्मा ने बारहवीं तक पढ़ाई के बाद नौसेना ज्वाइन की थी. इसके बाद आगे की पढ़ाई पूरी की. नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने आरएएस की तैयारी की और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की है. एक्स सर्विसमैन कोटे में उन्होंने 60वीं रैंक हासिल की है. उनकी पत्नी राजस्थान पुलिस में सेवा दे रही हैं.
आरएएस भर्ती-2018 में जनसंपर्क सेवा के दो अधिकारियों का भी चयन हुआ है. कोटपूतली निवासी महेंद्र सैनी ने कई मीडिया संस्थानों में पत्रकारिता करने के बाद सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरू की. तीन बार परीक्षा दी लेकिन सफलता नहीं मिली. इस दौरान उन्होंने 2013, 2017 और 2018 में आरएएस की परीक्षा भी दी. साल 2019 में पीआरओ परीक्षा के टॉपर बने और चिकित्सा शिक्षा विभाग में जनसंपर्क अधिकारी नियुक्त हुए. अब आरएएस-2018 में 279वीं रैंक हासिल की है. वहीं भरतपुर पीआरओ के पद पर तैनात संजय सिंह गुर्जर ने आरएएस-2018 में 224 वीं रैंक हासिल की है. उन्होंने भारतीय जनसंचार संस्थान नई दिल्ली से अंग्रेजी पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है.