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ट्रैफिक रेड सिग्नल: जयपुर वाले हेलमेट पहनते हैं, सीट बेल्ट लगाते हैं...पुलिस भी मुस्तैद, लेकिन 'रियलिटी चेक' में नजर आए कई 'बेफिक्रे' भी...

राजधानी की सड़कों पर चलने वाले वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का कितना पालन कर रहे हैं. इसकी पड़ताल करने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक किया. जब हमारी टीम राजधानी के चार प्रमुख चौराहों पर पहुंची तो हमें यह नजारा देखने को मिला....

ईटीवी भारत का रियलिटी चेक, traffic rules follow in jaipur
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Published : Sep 19, 2019, 11:51 PM IST

जयपुर. ईटीवी भारत की टीम ने जयपुर शहर के चार प्रमुख चौराहों पर जाकर ट्रैफिक व्यवस्थाओं के हालात जाने. नीचे वीडियो में जो चार अलग-अलग तस्वीरें आप देख रहे हैं ये जयपुर के चार प्रमुख चौराहों की हैं. हमने रियलिटी चेक करने के लिए जेडीए चौराहा, रामबाग चौराहा, चौमू हाउस सर्किल और ओटीएस सर्किल पर कैमरे फिक्स कर दिए....

जेडीए चौराहा -
सबसे पहला नजारा जयपुर के जेडीए चौराहे पर हमने कैद किया. बीते दिनों यहां बड़े हादसे हुए थे. जिसमें कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. जिसके चलते यहां अतिरिक्त यातायात पुलिकर्मी तैनात किए गए हैं. लेकिन लोग पिछले हादसों से बेपरवाह ही दिखे. ज्यादातर वाहन चालक जेब्रा क्रॉसिंग और लाल बत्ती का उल्लंघन करते नजर आए. वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने भी माना कि लोग नियमों की अनदेखी करते हैं.

ईटीवी भारत ने लिया राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्थाओं का जायजा, देखिए खास रिपोर्ट...

रामबाग चौराहा -
इस चौराहे के चारों कोनों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात मिले. जेब्रा क्रॉसिंग करने पर एक वाहन चालक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से उलझता हुआ नजर आया. पुलिसकर्मियों ने वाहन चालक को यातायात नियमों की जानकारी देकर चालान किया और आगे से नियमों की पालना करने की अपील की.

चौमू हाउस चौराहा -
यहां ज्यादातर बिना हेलमेट और जेबरा क्रॉसिंग के मामले ज्यादा मिले. चौपहिया वाहन चालक भी बिना सीट बेल्ट लगे दिखे. वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के बताया कि इस चौराहे पर जेबरा क्रॉसिंग और बिना हेलमेट चलने वालों की संख्या ज्यादा है.

ओटीएस चौराहा -
इस चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के मुताबिक यहां जेब्रा क्रॉसिंग और लाल बत्ती के उल्लंघन के चालान ज्यादा होते हैं. ओवरस्पीड वालों की संख्या भी कम नहीं है. जिसके चलते यहां कई बड़े हादसे भी होते रहते हैं.

जयपुर के डेथ पॉइन्ट -
अब बात करते हैं राजधानी के डेथ पॉइंट की. डीसीपी ट्रैफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि जयपुर शहर में करीब 223 चौराहे हैं. जिनमे करीब 40 चौराहे अधिक सड़क दुर्घटना संभावित यानी ब्लैक स्पोर्ट्स हैं. इनमें जेडीए चौराहा, चौमू हाउस सर्किल, ओटीएस सर्किल, बी टू बाइपास चौराहा, बंबाला पुलिया, ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा प्रमुख हैं. इन डेथ पॉइन्ट पर सबसे अधिक हादसे होते हैं.

ईटीवी भारत का रियलिटी चेक, traffic rules follow in jaipur
चालान के आंकड़े

इतनों के कटे चालान-
पिछले तीन सालों में चालान काटने के आंकड़ों की बात करें तो 2018 में जनवरी से अगस्त के बीच बिना हेलमेट 59604, बिना सीट बेल्ट 10895, ओवर स्पीड के 51345 और ड्रिंक विद ड्राइव के 14984 चालान काटे गए. इसी प्रकार 2019 में बिना हेलमेट वालों के 63222, बिना सीट बेल्ट के 12396, ओवर स्पीड के 52008 और ड्रिंक विद ड्राइव के 9104 चालान अगस्त तक काटे जा चुके हैं.

ईटीवी भारत का रियलिटी चेक, traffic rules follow in jaipur
हादसे और मौत के आंकड़े

इतने हुए हादसे, इतनों की हुई मौत-

वहीं जयपुर में होने वाले हादसों की बात करें तो 2018 में जनवरी से अगस्त के बीच 1209 हादसे दर्ज किए गए जिनमें 990 लोग घायल हुए और 218 लोगों की मौत हुई. साल 2019 में जनवरी से अगस्त के बीच 1264 सड़क दुर्घटनाएं सामनें आईं, जिनमें 1072 लोग घायल हुए और 244 लोगों की मौत हुई.

डीसीपी साहब क्या कहते हैं-

डीसीपी ट्रेफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उनकी पालना करवाने की कोशिश की जाती है जिसके लिए लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है. यातायात नियमों को तोड़ने पर वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस अभियान का असर भी देखने को मिला है जहां पर पिछले माह की तुलना में इस माह दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है. ट्रैफिक पुलिस के इस अभियान का असर वाहन चालकों पर दिखने लगा है. जहां पर पिछले दिनों की तुलना में अब लोग यातायात नियमों की पालना करने लगे हैं.

जयपुर. ईटीवी भारत की टीम ने जयपुर शहर के चार प्रमुख चौराहों पर जाकर ट्रैफिक व्यवस्थाओं के हालात जाने. नीचे वीडियो में जो चार अलग-अलग तस्वीरें आप देख रहे हैं ये जयपुर के चार प्रमुख चौराहों की हैं. हमने रियलिटी चेक करने के लिए जेडीए चौराहा, रामबाग चौराहा, चौमू हाउस सर्किल और ओटीएस सर्किल पर कैमरे फिक्स कर दिए....

जेडीए चौराहा -
सबसे पहला नजारा जयपुर के जेडीए चौराहे पर हमने कैद किया. बीते दिनों यहां बड़े हादसे हुए थे. जिसमें कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. जिसके चलते यहां अतिरिक्त यातायात पुलिकर्मी तैनात किए गए हैं. लेकिन लोग पिछले हादसों से बेपरवाह ही दिखे. ज्यादातर वाहन चालक जेब्रा क्रॉसिंग और लाल बत्ती का उल्लंघन करते नजर आए. वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने भी माना कि लोग नियमों की अनदेखी करते हैं.

ईटीवी भारत ने लिया राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्थाओं का जायजा, देखिए खास रिपोर्ट...

रामबाग चौराहा -
इस चौराहे के चारों कोनों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात मिले. जेब्रा क्रॉसिंग करने पर एक वाहन चालक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से उलझता हुआ नजर आया. पुलिसकर्मियों ने वाहन चालक को यातायात नियमों की जानकारी देकर चालान किया और आगे से नियमों की पालना करने की अपील की.

चौमू हाउस चौराहा -
यहां ज्यादातर बिना हेलमेट और जेबरा क्रॉसिंग के मामले ज्यादा मिले. चौपहिया वाहन चालक भी बिना सीट बेल्ट लगे दिखे. वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के बताया कि इस चौराहे पर जेबरा क्रॉसिंग और बिना हेलमेट चलने वालों की संख्या ज्यादा है.

ओटीएस चौराहा -
इस चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के मुताबिक यहां जेब्रा क्रॉसिंग और लाल बत्ती के उल्लंघन के चालान ज्यादा होते हैं. ओवरस्पीड वालों की संख्या भी कम नहीं है. जिसके चलते यहां कई बड़े हादसे भी होते रहते हैं.

जयपुर के डेथ पॉइन्ट -
अब बात करते हैं राजधानी के डेथ पॉइंट की. डीसीपी ट्रैफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि जयपुर शहर में करीब 223 चौराहे हैं. जिनमे करीब 40 चौराहे अधिक सड़क दुर्घटना संभावित यानी ब्लैक स्पोर्ट्स हैं. इनमें जेडीए चौराहा, चौमू हाउस सर्किल, ओटीएस सर्किल, बी टू बाइपास चौराहा, बंबाला पुलिया, ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा प्रमुख हैं. इन डेथ पॉइन्ट पर सबसे अधिक हादसे होते हैं.

ईटीवी भारत का रियलिटी चेक, traffic rules follow in jaipur
चालान के आंकड़े

इतनों के कटे चालान-
पिछले तीन सालों में चालान काटने के आंकड़ों की बात करें तो 2018 में जनवरी से अगस्त के बीच बिना हेलमेट 59604, बिना सीट बेल्ट 10895, ओवर स्पीड के 51345 और ड्रिंक विद ड्राइव के 14984 चालान काटे गए. इसी प्रकार 2019 में बिना हेलमेट वालों के 63222, बिना सीट बेल्ट के 12396, ओवर स्पीड के 52008 और ड्रिंक विद ड्राइव के 9104 चालान अगस्त तक काटे जा चुके हैं.

ईटीवी भारत का रियलिटी चेक, traffic rules follow in jaipur
हादसे और मौत के आंकड़े

इतने हुए हादसे, इतनों की हुई मौत-

वहीं जयपुर में होने वाले हादसों की बात करें तो 2018 में जनवरी से अगस्त के बीच 1209 हादसे दर्ज किए गए जिनमें 990 लोग घायल हुए और 218 लोगों की मौत हुई. साल 2019 में जनवरी से अगस्त के बीच 1264 सड़क दुर्घटनाएं सामनें आईं, जिनमें 1072 लोग घायल हुए और 244 लोगों की मौत हुई.

डीसीपी साहब क्या कहते हैं-

डीसीपी ट्रेफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उनकी पालना करवाने की कोशिश की जाती है जिसके लिए लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है. यातायात नियमों को तोड़ने पर वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस अभियान का असर भी देखने को मिला है जहां पर पिछले माह की तुलना में इस माह दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है. ट्रैफिक पुलिस के इस अभियान का असर वाहन चालकों पर दिखने लगा है. जहां पर पिछले दिनों की तुलना में अब लोग यातायात नियमों की पालना करने लगे हैं.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी की सड़कों पर चलने वाले वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का कितना पालन कर रहे हैं जब इसकी पड़ताल करने के लिए ईटीवी भारत की टीम राजधानी के चार प्रमुख चौराहों पर पहुंची तो हमें यह नजारा देखने को मिला।


Body:ईटीवी भारत की टीम ने जयपुर शहर के चार प्रमुख चौराहों पर जाकर ट्रैफिक व्यवस्थाओं के हालात जाने। सबसे पहले जयपुर के जेडीए चौराहे पर पहुचे। जहा पिछले दिनों कई बड़े हादसे हुए थे। जिसमें करीब आधा दर्जन लोगों की मौते भी हो चुकी है। जेडीए चौराहे पर ज्यादातर वाहन चालक जेब्रा क्रॉसिंग और लाल बत्ती का उल्लंघन करते नजर आए। जेडीए चौराहे पर पिछले दिनों हुए बड़े हादसों के बाद ट्रैफिक पुलिस की ओर से स्पीड ब्रेकर लगाये गए। इसके साथ ही चौराहे के चारों कोनों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं जो कि वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उनकी पालना करने की अपील कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस की ओर से लगातार वाहन चालकों को यातायात नियमों की पालना करने के लिए समझाइश की जा रही है। चौराहे पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का कहना है कि जेडीए चौराहे पे लाल बत्ती और जेब्रा क्रॉसिंग का उल्लंघन ज्यादा होता है। नियम तोड़ने पर पुलिस की ओर से वाहन चालकों के चालान किए जाते हैं और आगे से नियमों की पालना करने के लिए समझाइश की जाती है।

इसके बाद ईटीवी भारत की टीम जयपुर शहर के रामबाग चौराहे पर पहुंची। चौराहे पर चारों कोनों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात मिले जहां जेब्रा क्रॉसिंग करने पर एक महान चालक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से उलझता हुआ नजर आया। पुलिसकर्मियों ने वाहन चालक को यातायात नियमों की जानकारी देकर चालान किया और आगे से नियमों की पालना करने की अपील की। इस चौराहे पर भी ज्यादातर जेब्रा क्रॉसिंग, रेड सिग्नल और बिना हेलमेट के वाहन चलाने के मामले ज्यादा मिले। राजधानी का रामबाग चौराहा शहर के प्रमुख चौराहों में से एक है जहां पर कई छोटे-मोटे हादसे देखने को मिलते हैं।

इसके बाद ईटीवी भारत की टीम राजधानी जयपुर के चौमू हाउस चौराहे पर पहुंची। इस चौराहे पर भी ज्यादातर बिना हेलमेट और जेबरा क्रॉसिंग के मामले ज्यादा मिले। ट्रैफिक पुलिसकर्मी वाहन चालकों यातायात नियमों की जानकारी देते हुए नजर आए जहां पर कुछ चौपाया वाहन चालक बिना सीट बेल्ट के कार चलाते हुए नजर आए। चोमू हाउस चौराहे पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के मुताबिक इस चौराहे पर ज्यादातर जेबरा क्रॉसिंग और बिना हेलमेट के चालान ज्यादा हुए हैं। यह चौराहा ज्यादा चौड़ा होने की वजह से बिना हेलमेट और रेड सिग्नल का उल्लंघन कर भागने वाले वाहन चालकों को पकड़ना भी मुश्किल रहता है पुलिसकर्मी के पहुंचने से पहले निकल जाते हैं। चालान के साथ ही वाहन चालकों को यातायात नियमों की पालना करने के लिए भी समझाइश की जाती है। इस चौराहे के साथ उस हादसे की भी याद ताजा हो जाती है जहां वर्ष 2017 में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई थी। यहां एक नमक से भरे ओवरलोड ट्रक के पलटने से एक कार इसकी चपेट में आ गई थी। कार के ऊपर नमक की बोरियां गिरने से कार पूरी तरह दब गई थी। जिसमें कार सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

इसके बाद ईटीवी भारत की टीम राजधानी के ओटीएस चौराहे पर पहुंची। ऐश्वर्या पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के मुताबिक यहां पर ज्यादातर जेब्रा क्रॉसिंग और लाल बत्ती के उल्लंघन के चालान ज्यादातर होते हैं। इसके साथ ही बिना हेलमेट और बिना सीट बेल्ट के भी चालान किए जाते हैं। इस चौराहे पर ज्यादातर ओवरस्पीड के मामले भी देखे जाते हैं। पुलिसकर्मी चालान करने के साथ ही वाहन चालकों से यातायात नियमों की पालना करने के लिए भी समझाइश करते हैं। इस चौराहे पर भी पिछले दिनों ओवर स्पीड में कई बड़ी दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।

डीसीपी ट्रैफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि जयपुर शहर में करीब 223 चौराहे हैं। जिनमे करीब 40 चौराहे अधिक सड़क दुर्घटना संभावित यानी ब्लैक स्पोर्ट्स हैं। इस वर्ष ज्यादातर हेलमेट नहीं लगाने और ट्रैफिक लाइट का उल्लंघन करने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 5 सालों में 400 से ज्यादा वाहन चालकों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है। 40 ब्लैक स्पोर्ट्स है जहां पर भीषण हादसे हो चुके हैं। जिनमें पिछले 5 साल में 1200 से ज्यादा मामले दर्ज हुए जिनमें करीब 1100 महिला पुरुष घायल हुए हैं।
वर्ष 2017 में 715886, वर्ष 2018 में 808394, वर्ष 2019 में 31 अगस्त तक 414604 चालान हुए हैं। सबसे ज्यादा चालान वर्ष 2019 में 31 अगस्त तक 83689 नो पार्किंग के चालान हुए हैं। 1 जनवरी से 31 अगस्त 2019 तक 11986 सीजर की कार्रवाई भी की गई है।

डीसीपी ट्रेफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उनकी पालना करवाने की कोशिश की जाती है जिसके लिए लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है। यातायात नियमों को तोड़ने पर वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है उन्होंने बताया कि इस अभियान का असर भी देखने को मिला है जहां पर पिछले माह की तुलना में इस माह दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है। ट्रैफिक पुलिस के इस अभियान का असर वाहन चालकों पर दिखने लगा है जहां पर पिछले दिनों की तुलना में अब लोग यातायात नियमों की पालना करने लगे हैं।

बाईट- राहुल प्रकाश, डीसीपी ट्रैफिक
वॉक थ्रू- जेडीए चौराहे पर

नोट1- खबर की फीड के साथ हज प्रत्येक चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों और वाहन चालको की बाइट भेजी गई है बाईट में ही पुलिसकर्मी और वाहन चालकों का नाम भी बताया गया है।
नोट2- सभी चौराहों का कंपलीट एक फुटेज बनाया गया है जिसमें शॉर्ट, बाइट और वॉक थ्रू शामिल है।

फीड-
1. jda choraha
2. Rambag choraha
3. Chomu house choraha
4. Ots choraha
( सभी में विजुअल और बाइट शामिल है)
5. Bite- dcp traffic







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