जयपुर. यूपी के हाथरस में हुए दुष्कर्म की घटना के बाद पूरे देश भर में अपराधों को लेकर सियासी उबाल है. राजस्थान में भी भाजपा प्रदेश की गहलोत सरकार पर इसी मामले को लेकर लगातार निशाना साध रही है. बुधवार को भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने इस मामले में राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और हस्तक्षेप की मांग की. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान दीया कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग सहित कई विभागों का भार है, जिसे उन्हें हल्का करना चाहिए.
'मुख्यमंत्री हल्का करें विभागों का भार'
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान दीया कुमारी ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, उससे राजस्थान शर्मसार है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश भर में महिला उत्पीड़न के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर आ गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गृह विभाग सहित कई विभागों का भार है, ऐसे में प्रदेश के लिए यह बेहतर होगा कि सीएम गहलोत अपने विभागों को अलग-अलग मंत्रियों को सौंपे ताकि हर विभाग की प्रॉपर मॉनिटरिंग हो सके.
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हाथरस मामले का राजस्थान भाजपा के हल्ला बोल से नहीं कोई ताल्लुक
दीया कुमारी ने कहा कि यूपी के हाथरस में हुआ कांड और राजस्थान में बीजेपी का हल्ला बोल का आपस में कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि बस संयोग की बात ये है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के हाल ही में आए आंकड़े में राजस्थान की जो हालत है वह अभी सामने आए और हाथरस का कांड इसके महज कुछ दिन पहले ही हुआ था. उन्होंने कहा कि राजस्थान में विपक्ष होने के नाते भाजपा अपना दायित्व निभा रही है ताकि बेलगाम होते अपराधियों पर लगाम कसी जा सके.
सीएम ने नहीं दिया समय तो राज्यपाल से की हस्तक्षेप की मांग
प्रदेश में जिस प्रकार से अपराधियों के आंकड़े बढ़ रहे हैं उसके बाद बीजेपी प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रमक हो गई है. हाल ही में दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने का समय मांगा था लेकिन वह नहीं मिल पाया. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर हस्तक्षेप की मांग की है.
राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने प्रदेश में अपराधों के बढ़े आंकड़े और महिला उत्पीड़न और दुष्कर्म के मामलों में हताशा वृद्धि की तरफ आकर्षित किया है. साथ ही कहा कि प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं, ऐसे में राज्यपाल इस मामले में हस्तक्षेप कर स्थिति में सुधार करवाएं.
हल्ला बोल में रखा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान
भाजपा प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा जिस तरह सड़कों पर उतर रही है वो क्या कोरोना संक्रमण काल में गलत नहीं है के जवाब में कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं है. जिस तरह प्रदेश सरकार अपराध रोकने में लाचार नजर आ रही है, इसीलिए उस ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए भाजपा ने ये कदम उठाया. दीया कुमारी ने कहा कि भाजपा की मंशा थी कि जिला मुख्यालय पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे और इस दौरान कोरोना एडवाइजरी का भी ध्यान रखा जाए, लेकिन अधिक संख्या में कार्यकर्ता आ गए.
भाजपा के 2 प्रतिनिधिमंडल ने एक ही मामले में सौंपा ज्ञापन
दरअसल, बुधवार को राज्यपाल से मुलाकात कर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में भी ज्ञापन सौंपा गया. उस प्रतिनिधिमंडल में पूनिया के साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़ सहित 5 लोग थे. लेकिन हैरत की बात यह है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात से ठीक पहले उन्हीं की पार्टी की सांसद दीया कुमारी ने भी राज्यपाल से अकेले ही मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान दोनों के ज्ञापन का मामला प्रदेश में बढ़ रहा अपराध ही था. हालांकि, जब दीया कुमारी से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्होंने बहुत पहले ही राज्यपाल से मुलाकात का समय ले लिया था. जब वह कंफर्म हो गया तो वो मिलने आई और ज्ञापन भी दिया.