जयपुर. नवगठित नगर निगम में 31 अक्टूबर तक चुनाव करवाने के राजस्थान हाईकोर्ट के निर्णय के मामले में प्रदेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिल पाई. ऐसे में अब माना जा रहा है कि निगम के चुनाव जल्द ही कराए जाएंगे. भाजपा इन चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है. हांलाकि प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा को माथापच्ची करनी है. लेकिन इसका क्राइटेरिया क्या रहेगा और क्या तैयारी है, इस बारे में ईटीवी भारत ने जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा से बातचीत की.
भाजपा की तैयारी पूरी
जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि नगर निगम चुनाव अक्टूबर महीने में कराना हो या नवंबर की शुरुआत में हम इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं. शर्मा ने कहा कि हाल ही में जयपुर शहर के अध्यक्ष बने हैं, लेकिन मंडल और बूथ तक बीजेपी की पूरी टीम तैयार है. उन्होंने कहा कि हमने आने वाले चुनाव को देखते हुए इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. राघव शर्मा के अनुसार शुरू से ही जयपुर नगर निगम में भाजपा का दबदबा रहा है और इस बार भी यही होगा. शर्मा ने कहा कि जयपुर नगर निगम बीजेपी का अभेद किला है और इसे कांग्रेस कभी नहीं भेद सकती है.
पढ़ें- निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा, प्रदेश स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी का गठन
इस आधार पर होगा टिकट का वितरण
शहर अध्यक्ष राघव शर्मा का कहना है कि चुनाव आयोग की ओर से जैसे ही तारीखों का ऐलान होगा, उसके बाद भाजपा का प्रयास रहेगा कि नामांकन की तारीख से पहले प्रत्याशी के नामों की घोषणा हो जाए. टिकट वितरण को लेकर शर्मा का कहना है कि टिकट संगठन मिलकर तय करता है और विधायक भी संगठन का ही हिस्सा होता है. ऐसे में उनकी भी राय ली जाएगी और क्षेत्रीय समीकरण और जिताऊ प्रत्याशी के आधार पर ही टिकट का वितरण होगा.
यह होगा प्रत्याशी चयन का मापदंड
भाजपा जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि इस बार टिकट वितरण में काफी कम समय है. ऐसे में पार्टी की पहली प्राथमिकता यही रहेगी की टिकट उसे ही मिले जो जीतने की क्षमता रखता हो और साथ ही उस वार्ड का स्थानीय निवासी भी हो. शर्मा ने कहा कि स्थानीय निवासी होना टिकट देने का पहला आधार होगा.
पढ़ें- गहलोत सरकार को 'सुप्रीम' झटका, जोशी बोले- निकाय चुनाव में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना बड़ी चुनौती
शर्मा के अनुसार संगठन के प्रति निष्ठा और संगठन के कामों में भागीदारी प्रत्याशी चयन के दौरान एक मापदंड होगा. उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही इस संबंध में बैठक कर रणनीति तैयार करेगी. वहीं, राघव शर्मा से जब पूछा गया कि जो 2 बार नगर निगम में भाजपा के टिकट से जीत चुके हैं क्या उन्हें तीसरी बार मौका दिया जाएगा, तब राघव शर्मा ने कहा कि यदि वो जिताऊ है तो तीसरी बार भी मौका मिलेगा पर संबंधित उम्मीदवार को उस क्षेत्र का निवासी होना जरूरी है.
'भाजपा संगठनात्मक रूप से मजबूत है'
राघव शर्मा के अनुसार मौजूदा चुनाव में संगठनात्मक रूप से भाजपा कांग्रेस की तुलना में मजबूत है. उन्होंने कहा कि हाल ही में कांग्रेस के सभी जिलों के अध्यक्ष और संगठन से जुड़े पदाधिकारी हटा दिए गए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी अब तक प्रदेश और शहरों में नई टीम का ऐलान नहीं किया है, ऐसे में बीजेपी तुलनात्मक रूप से संगठनात्मक मामले में कांग्रेस से कई गुना ज्यादा मजबूत है. इसका फायदा नगर निगम चुनाव में बीजेपी को जरूर मिलेगा.