जयपुर. राजस्थान में सत्ताधारी दल कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए अपने तमाम विधायकों को एक साथ रिसोर्ट में रख लिया है. खरीद-फरोख्त के आरोपों के साथ ही कांग्रेस ने पहले एसीबी में तो अब एटीएस और एसओजी को भी इस मामले की जांच करने के लिए लिख दिया है. वहीं शुक्रवार को कांग्रेस के तमाम विधायकों को रिसोर्ट शिव विलास से जेडब्ल्यू मैरियट में शिफ्ट कर दिया गया.
कोरोना का दिखा डर
वहीं, जो विधायक गुरुवार तक सुविधाओं का अभाव बताकर रिसोर्ट में रुकने में आनाकानी कर रहे थे, वे विधायक भी अब अपना सामान लेकर जेडब्ल्यू मैरियट में पहुंच गए हैं. इस दौरान खास बात यह रही कि होटल में भी कोरोना का डर साफ दिखाई दिया. जब विधायक होटल में पहुंचे तो एंट्री से पहले तमाम विधायकों को सैनिटाइज करवाया गया और उसके बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई. स्क्रीनिंग के बाद ही विधायकों को अंदर प्रवेश करने दिया गया.
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सुविधाओं का था अभाव
इस दौरान विधायकों ने इस बात को भी स्वीकार किया कि जिस रिसोर्ट में बीते 2 दिन से उन्हें ठहराया गया था उसमें सुविधाओं का अभाव था. विधायकों का कहना है कि इसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
'खरीद-फरोख्त की चर्चा सुनी है'
वहीं, खरीद फरोख्त के आरोपों को लेकर विधायकों ने कहा कि उन्होंने इस तरीके की चर्चा सुनी है, लेकिन उन्हें किसी ने संपर्क किया इस बारे में उन्होंने साफ इनकार किया. बता दें कि शुक्रवार को तीसरा दिन है, जब विधायकों को रिसोर्ट में बुलाया गया है, लेकिन मंत्री रमेश मीणा शुक्रवार को भी बाड़ेबंदी से दूर रहे.