जयपुर. प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और सरकारी कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव के तहत 26 अगस्त को सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक मतदान किया जाएगा. इसके बाद 27 अगस्त को परिणाम घोषित होंगे. इससे पहले 18 अगस्त को मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी. वहीं ऐसा पहली मर्तबा होगा जब यूलेट और पीजी एंट्रेंस एग्जाम देने वाले अभ्यर्थी एडमिशन से पहले ही मतदान के लिए योग्य होंगे. इंटरप्रिटेशन कमेटी में चर्चा के बाद छात्रों को समिति समन्वयक प्रो एसएल शर्मा और चीफ प्रॉक्टर प्रो एचएस पलसानिया ने ये आश्वासन दिया. हालांकि इस पर अंतिम मोहर सिंडिकेट में लगेगी.
हालांकि इसके लिए छात्र का पूर्व में राजस्थान विश्वविद्यालय का छात्र होना जरूरी होगा. यदि कोई छात्र विश्वविद्यालय (Student union election) के बाहर का होगा और छात्र चुनाव लड़ना चाहेगा, तो उसे एक शपथ पत्र देकर राजस्थान विश्वविद्यालय प्रोविजन एडमिशन भी देगा.
राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव में वोटर्स को लेकर स्थिति अब कुछ हद तक साफ हुई है. दरअसल, विश्वविद्यालय में अब तक यूलेट और पीजी एंट्रेंस एग्जाम चल रहे हैं. अधूरी प्रवेश प्रक्रिया के चलते छात्र संगठन अध्यक्ष और महासचिव पद पर चुनाव और वोटर को लेकर आपत्ती जता रहे थे. इसे लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीते 5 दिन से आंदोलनरत थी. 3 छात्र नेता तो पानी की टंकी पर चढ़ गए थे.
हालांकि उन्हें अब इस आश्वासन के साथ टंकी से उतारा गया कि न तो उन पर कोई कानूनी कार्रवाई होगी और 100 फीसदी छात्र मतदान कर सकेंगे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री अर्जुन तिवाड़ी ने बताया कि पीजी और यूलेट में यदि एडमिशन ही नहीं होंगे तो अध्यक्ष और महासचिव का चुनाव कैसे होगा, और वोटर कौन होगा? ऐसे में राजस्थान विश्वविद्यालय ने आश्वस्त किया है कि जो विश्वविद्यालय का विद्यार्थी है और यूलेट या पीजी एंट्रेंस एग्जाम दिया है, उसे विश्वविद्यालय वोटर मानेगा.
क्योंकि कुछ विषयों का अभी परिणाम नहीं आ पाया है. ऐसे विद्यार्थी वोट डालने से वंचित न रहें, इसे लेकर विद्यार्थी परिषद 5 दिन से आंदोलनरत था. इस मांग को स्वीकार करते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि इस फैसले से राजस्थान विश्वविद्यालय के 100 प्रतिशत विद्यार्थी वोट डाल सकेंगे और इससे स्वस्थ परंपरा के तहत छात्र संघ चुनाव होगा. हालांकि जो छात्र राजस्थान विश्वविद्यालय का छात्र नहीं होगा. पीजी एंटरेंस या यूलेट का एग्जाम दिया है. उसे वोट डालने का अधिकार नहीं होगा. लेकिन यदि वो छात्र संघ चुनाव लड़ना चाहता है, तो एक शपथ पत्र लगाकर वो छात्र चुनाव लड़ सकेगा. उसे प्रोविजन एडमिशन दिया जाएगा और उसे वोटिंग का भी अधिकार होगा.
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वहीं पानी की टंकी पर चढ़े छात्र नेता मनु दाधीच ने बताया कि मतदाता सूची जारी करने से पहले प्रवेश प्रक्रिया शत प्रतिशत होने की मांग को लेकर उन्होंने टंकी पर चढ़ने का कदम उठाया. अब विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के अनुसार जितने भी छात्रों का विश्वविद्यालय में एनरोलमेंट है, और उन्होंने यूलेट या पीजी एंटरेंस का फॉर्म भरा है, वो सभी छात्र वोट डालने के अधिकृत होंगे.