जयपुर. भाजपा में तत्कालिक विषयों के साथ प्रमुख मुद्दों को लेकर लगातार प्रशिक्षण का काम चल रहा है, जो वर्तमान समय में सियासी रूप से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. खास तौर पर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही बड़ी जन कल्याण की योजनाएं व वे बड़े मुद्दे जो देश और प्रदेश के सियासी घटनाक्रमों से जुड़े हुए हैं.
इन विषयों को लेकर केंद्र के बड़े नेता महीने में 2 दिन प्रदेश के आला नेताओं को वर्चुअल तरीके से ई-ट्रेनिंग या कहें प्रशिक्षण देते हैं, जिसमें संबंधित विषय की संपूर्ण जानकारी वर्चुअल तरीके से साझा की जाती है. वहीं, राज्य के स्तर पर वरिष्ठ भाजपा नेता मंगलवार की प्रशिक्षण के जरिए इसे आगे बढ़ाते हैं. इसमें संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी की महत्वपूर्ण भूमिका है. अधिकतर प्रशिक्षण से जुड़े कार्यों में यह दोनों ही नेता मौजूद रहते हैं.
ई-प्रशिक्षण के जरिए कांग्रेस से निपटने की तैयारी...
यह प्रशिक्षण केवल केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए ही नहीं, बल्कि कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दलों के आरोपों के पलटवार के लिए भी है, जो समय समय पर सियासी मुद्दे बनते हैं. फिर चाहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) का विषय हो या पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Price Hike) के बढ़ते दाम से जुड़ा मामला. जब प्रशिक्षण होता है तो इन तमाम विषयों पर विस्तार से जानकारी दी जाती है.
पन्ना प्रमुख सम्मेलन और प्रवास के कार्यक्रमों पर भी फोकस...
प्रदेश में विधानसभा चुनाव ढाई साल के बाद है, लेकिन प्रदेश भाजपा संगठन इसकी तैयारियों में अभी से जुट गया है. इसके लिए पार्टी से जुड़े प्रदेश पदाधिकारी लगातार जिलों के प्रवास कर रहे हैं. समय के साथ-साथ इसमें बदलाव भी किया जा रहा है. वहीं, पन्ना प्रमुख को लेकर भी तेजी से काम चल रहा है, ताकि पार्टी सबसे छोटी इकाई तक पहुंच कर संगठन को मजबूती प्रदान कर सके. इसके लिए मंडल बूथ और शक्ति केंद्र तक सम्मेलनों को भी जरिया बनाया गया है.