जयपुर. राजधानी के हाथी गांव में हाथियों के साथ हाथी मालिकों और महावतों ने गुरुवार को केरल में अनानास फल में विस्फोटक खिलाकर मारी गई गर्भवती हथिनी सौम्या को फूलों से श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में दिवगंत हथिनी के फोटो चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान हाथियों ने भी फोटो पर माल्यार्पण कर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी और अपनी सूंड उठाकर दिवगंत हथिनी को सलामी दी.
बता दें कि केरल में अनानास फल में विस्फोटक पदार्थ खिलाकर बेजुबान गर्भवती हथिनी सौम्या के साथ हैवानियत की घटना को लेकर सभी ने निंदा की. हाथी पालकों और महावतों ने कहा कि हम सदियों से हाथियों को पालते आ रहे हैं. इस घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. एक तरफ वह लोग हैं जो इस निंदनीय घटना को अंजाम तक पहुंचा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जयपुर के ये हाथी पालक है, जो कोरोना काल में एक वक्त भूखे रहकर अपने हाथियों को परिवार के सदस्यों की तरह पाल रहे हैं.
70 दिन लॉकडाउन में हाथी पालकों ने इन हाथियों के पालन-पोषण के लिए कर्जा लेकर पेट भरा. हाथी पालकों ने कहा कि पहले यह हाथी, हाथी मालिकों और महावतों के परिवार का पेट पालते थे, लेकिन इस संकट की घड़ी में अपनी मानवता निभाते हुए इन हाथियों के पेट पालने के लिए रोजाना करीब 3 हजार रुपये एक हाथी पर खर्च किया जा रहा है.
हाथी मालिकों और महावतों ने मांग की है कि केरल में हथनी की हत्या करने वालों को कठोर दंड दिया जाना चाहिए, ताकि इस तरह की घटना दोबारा ना हो. हाथी गांव के क्षेत्रीय वन अधिकारी तेज कुमार शर्मा ने कहा कि केरल की हथनी के साथ की गई हैवानियत माफी योग्य नहीं है, ऐसे हत्यारों को कठोर दंड मिलना चाहिए.