जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना से चल रही जंग में जुटे कोरोना योद्धाओं में बिजली कर्मचारियों को शामिल नहीं किए जाने से वे कर्मचारी नाराज हैं. अपनी इसी नाराजगी को राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री के समक्ष भी रखा है.
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर ने मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री से स्पष्ट रूप से कहा है कि बिजली कर्मचारियों के बिना लॉकडाउन सफल होने की कल्पना की नहीं जा सकती. ऐसे में उन्हें ना केवल कोरोना योद्धा और कर्मवीर का दर्जा मिले, बल्कि अन्य कर्मचारियों की तर्ज पर उनका भी इस संकट की घड़ी में 50 लाख तक का बीमा किया जाए.
गुर्जर का कहना है कि बिजली से जुड़ा तकनीकी कर्मचारी अति आवश्यक सेवाओं के तहत लगातार अपनी सेवाएं देता है. आपदा की घड़ी में भी वह कम संसाधनों के बावजूद अपना कर्तव्य निभा रहा है, लेकिन सरकार ने आपदा की इस घड़ी में पहले तो अन्य कोरोना योद्धाओं की तरह उनका वेतन स्थगन वापस नहीं लिया और अब अन्य कर्मचारियों की तरह बिजली कर्मचारियों का 50 लाख रुपए का बीमा नहीं करके हमारे मान सम्मान को भी आघात पहुंचाया है.
पढ़ेंः लॉकडाउन के बढ़ने के साथ 3 मई तक बंद रहेगा फ्लाइट और ट्रेन का संचालन
गुर्जर ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे इस संबंध में जल्दी कोई सकारात्मक निर्णय करें, ताकि बिजली कर्मचारियों को भी आपदा की इस घड़ी में पूरा मान सम्मान मिल सके.