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बिजली विभाग ने जलदाय विभाग को 223 करोड़ रुपए बकाया जमा कराने के लिए लिखा पत्र - letter written to Water Department

जयपुर में बिजली विभाग ने रविवार को जलदाय विभाग को एक पत्र लिखकर बकाया 223 करोड़ रुपए चुकाने के लिए कहा है. बता दें, यह राशि पूरे प्रदेश भर की है.

बिजली विभाग ने लिखा पत्र, जलदाय विभाग को लिखा पत्र, बकाया जमा करवाने को कहा, Jaipur Electricity Department News, letter written by Electricity
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Published : Aug 11, 2019, 9:19 PM IST

जयपुर. घाटे में चल रहे डिस्कॉम के लिए बकाया वसूली ने और मुसीबत बढ़ा दी है. अधिकारी भी इसलिए परेशान है, क्योंकि बकाया राशि का बड़ा अमाउंट सरकारी दफ्तरों का ही है. इन्ही में से एक है जलदाय विभाग. जिस पर करीब 223 करोड़ रुपए का बकाया चल रहा है. अब डिस्कॉम अधिकारियों ने उन्हें पत्र लिखकर जल्द से जल्द बकाया जमा कराने का आग्रह किया है.

बिजली विभाग ने जलदाय विभाग को बकाया जमा कराने के लिए लिखा पत्र

बता दें,कि जलदाय विभाग ने अपने पंप हाउस, ट्यूबवेल और अन्य प्रोजेक्ट के लिए बिजली का उपयोग तो कर लिया, लेकिन उसका शुल्क अब तक जमा नहीं कराया है. जलदाय विभाग इसके लिए अपनी आर्थिक तंगी का हवाला दे रहा है. ऊर्जा विभाग के निर्देश पर डिस्काम चेयरमैन ने जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव को पत्र लिखकर तत्काल 222.96 करोड़ रुपए बकाया चुकाने के लिए कहा है.

डिस्कॉम चेयरमैन नरेश पाल गंगवार ने पत्र में बेहद नाराजगी भी जताई है. उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग सीधे जनता से जुड़ा है और उसे पेयजल सप्लाई कर रहा है, इसलिए डिस्कॉम नहीं चाहता कि कनेक्शन कटने की स्थिति आये और लोगों को परेशानी हो.

यह भी पढ़ें : अजमेरवासी अब व्हाट्सएप पर कर सकेंगे अपराधों की शिकायत

यह है बकाया राशि

डिस्कॉम के अनुसार बात की जाए तो जलदाय विभाग पर जयपुर डिस्कॉम के 101.65 करोड़, अजमेर डिस्कॉम के 35.51 करोड़ और जोधपुर डिस्कॉम के 85.80 करोड़ रुपये बकाया चल रहे हैं.

क्या कहते है जलदाय मंत्री

जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि हमारा पूरा बजट पास हो चुका है और जैसे-जैसे वित्त विभाग से पैसे मिलेंगे वैसे वैसे संबंधित कंपनियों के पैसे चुका दिए जाएंगे.उन्हें कहा कि यह पैसा एक सरकारी डिपार्टमेंट से दूसरे सरकारी डिपार्टमेंट जाएगा तो इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने यह भी कहा कि हमें भारत सरकार से पानी के पेटे 5000 करोड़ रुपए और बिजली के पेटे सवा 925 करोड़ रुपए लेने हैं. यह लेनदारी देनदारी चलती रहती है. आपको बता दें कि बीडी कल्ला प्रदेश के ऊर्जा और जलदाय मंत्री दोनों ही हैं.

जयपुर. घाटे में चल रहे डिस्कॉम के लिए बकाया वसूली ने और मुसीबत बढ़ा दी है. अधिकारी भी इसलिए परेशान है, क्योंकि बकाया राशि का बड़ा अमाउंट सरकारी दफ्तरों का ही है. इन्ही में से एक है जलदाय विभाग. जिस पर करीब 223 करोड़ रुपए का बकाया चल रहा है. अब डिस्कॉम अधिकारियों ने उन्हें पत्र लिखकर जल्द से जल्द बकाया जमा कराने का आग्रह किया है.

बिजली विभाग ने जलदाय विभाग को बकाया जमा कराने के लिए लिखा पत्र

बता दें,कि जलदाय विभाग ने अपने पंप हाउस, ट्यूबवेल और अन्य प्रोजेक्ट के लिए बिजली का उपयोग तो कर लिया, लेकिन उसका शुल्क अब तक जमा नहीं कराया है. जलदाय विभाग इसके लिए अपनी आर्थिक तंगी का हवाला दे रहा है. ऊर्जा विभाग के निर्देश पर डिस्काम चेयरमैन ने जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव को पत्र लिखकर तत्काल 222.96 करोड़ रुपए बकाया चुकाने के लिए कहा है.

डिस्कॉम चेयरमैन नरेश पाल गंगवार ने पत्र में बेहद नाराजगी भी जताई है. उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग सीधे जनता से जुड़ा है और उसे पेयजल सप्लाई कर रहा है, इसलिए डिस्कॉम नहीं चाहता कि कनेक्शन कटने की स्थिति आये और लोगों को परेशानी हो.

यह भी पढ़ें : अजमेरवासी अब व्हाट्सएप पर कर सकेंगे अपराधों की शिकायत

यह है बकाया राशि

डिस्कॉम के अनुसार बात की जाए तो जलदाय विभाग पर जयपुर डिस्कॉम के 101.65 करोड़, अजमेर डिस्कॉम के 35.51 करोड़ और जोधपुर डिस्कॉम के 85.80 करोड़ रुपये बकाया चल रहे हैं.

क्या कहते है जलदाय मंत्री

जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि हमारा पूरा बजट पास हो चुका है और जैसे-जैसे वित्त विभाग से पैसे मिलेंगे वैसे वैसे संबंधित कंपनियों के पैसे चुका दिए जाएंगे.उन्हें कहा कि यह पैसा एक सरकारी डिपार्टमेंट से दूसरे सरकारी डिपार्टमेंट जाएगा तो इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने यह भी कहा कि हमें भारत सरकार से पानी के पेटे 5000 करोड़ रुपए और बिजली के पेटे सवा 925 करोड़ रुपए लेने हैं. यह लेनदारी देनदारी चलती रहती है. आपको बता दें कि बीडी कल्ला प्रदेश के ऊर्जा और जलदाय मंत्री दोनों ही हैं.

Intro:जयपुर। जलदाय विभाग पर विद्युत विभाग के 223 करोड़ रुपए बकाया है। विद्युत विभाग ने जलदाय विभाग को पत्र लिखकर अपने बकाया 223 करोड़ रुपए चुकाने के लिए पत्र लिखा है यह राशि पूरे प्रदेश भर की है। इसके लिए बिजली विभाग ने लंबे समय से बकाया की स्थिति बताते हुए जल्द से जल्द यह पैसा चुकाने के लिए कहा है।


Body:जलदाय विभाग ने अपने पंप हाउस, ट्यूबवेल व अन्य प्रोजेक्ट के लिए बिजली का उपयोग तो कर लिया लेकिन उसका शुल्क अब तक जमा नहीं कराया। जलदाय विभाग इसके लिए अपनी आर्थिक तंगी का हवाला दे रहा है। ऊर्जा विभाग के निर्देश पर डिस्काम चेयरमैन ने जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव को पत्र लिखकर तत्काल बकाया 222.96 करोड रुपए चुकाने के लिए कहा है डिस्कॉम चेयरमैन नरेश पाल गंगवार ने पत्र में बेहद नाराजगी भी जताई है। उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग सीधे जनता से जुड़ा है और उसे पेयजल सप्लाई कर रहा है। इसलिए डिस्कॉम नहीं चाहता कि कनेक्शन कटने की स्थिति आये और लोगों को परेशानी हो।


Conclusion: यह है बकाया राशि-
डिस्कॉम के अनुसार बात की जाए तो जलदाय विभाग पर जयपुर डिस्कॉम के 101.65 करोड, अजमेर डिस्कॉम के 35.51 करोड़ और जोधपुर डिस्कॉम के 85.80 करोड रुपए बकाया चल रहे हैं।

क्या कहते है जलदाय मंत्री-
जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि हमारा पूरा बजट पास हो चुका है और जैसे-जैसे वित्त विभाग से पैसे मिलेंगे वैसे वैसे संबंधित कंपनियों के पैसे चुका दिए जाएंगे। उन्हें कहा कि यह पैसा एक सरकारी डिपार्टमेंट से दूसरे सरकारी डिपार्टमेंट जाएगा तो इसमें कोई कहीं कोई दिक्कत नहीं है।उन्होंने यह भी कहा कि हमें भारत सरकार से पानी के पेटे 5000 करोड़ रुपए और बिजली के बेटे सवा 925 करोड रुपए लेने हैं। यह लेनदारी देनदारी चलती रहती है। आपको बता दें कि बीडी कल्ला प्रदेश के ऊर्जा और जलदाय मंत्री दोनों ही हैं।

बाईट जलदाय मंत्री बीडी कल्ला
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