जयपुर. राजस्थान के उच्च शिक्षा विभाग के तबादलों में लेन-देन को लेकर एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल (viral audio of Rajasthan Higher Education Department) हुआ है. इसके बाद विभाग के तबादलों में भ्रष्टाचार को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है. उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने इस पर सफाई दी है. उनका कहना है कि इस मामले की तह तक जाकर कार्रवाई की जाएगी.
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि उन्होंने ऑडियो सुना नहीं है. जहां तक ट्रांसफर की बात है तो 'मैं कहना चाहता हूं कि पूरी पारदर्शिता के साथ सभी तबादले किए गए हैं'. शैक्षणिक और अशैक्षणिक वर्ग के मिलाकर 500 से 800 लोगों के तबादले हाल में किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि तबादलों का जो आधार होता है वो प्रशासनिक होता है. मसलन कहीं कोई पद खाली है तो उस पर किसी व्यक्ति को लगाया जाए. साथ ही जो आवेदन लिए गए थे, उनकी परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए तबादले किए जाते हैं.
उन्होंने बताया कि जनप्रतिनिधियों की मांग रहती है कि उनके इलाके में पद खाली हैं, जिन्हें भरा जाए. इन सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए तबादले पूरी तरह पारदर्शिता के साथ किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऑडियो में जिस कर्मचारी का नाम लिया जा रहा है, उसका तबादले की प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है.
उच्च शिक्षा मंत्री भाटी का कहना है कि इस मामले की तह तक जाया जाएगा. कोई भी कर्मचारी दोषी पाया जाता है या कोई भी कर्मचारी गलत बात करता है तो ऑडियो की पुष्टि के बाद उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें उच्च शिक्षा विभाग के तबादलों में लेन-देन की बात कही जा रही है.