जयपुर. कोरोना संकट के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे किसी भी शिक्षक की मृत्यु अगर कोरोना ड्यूटी के दौरान होती है तो शिक्षा विभाग परिजनों को 50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दिलवाएगा. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं.
जानकारी के अनुसार, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को जो पत्र लिखा है. उसमें कहा गया है कि जिला शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्र के ऐसे शिक्षकों की जानकारी दें. जिनकी ड्यूटी कोविड संक्रमण की रोकथाम संबंधी गतिविधियों में लगाई गई थी और कोविड से मृत्यु हो गई थी. ऐसे शिक्षकों की सूची निदेशालय ने मांगी है. ताकि उनके परिजनों को 50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दिलवाई जा सके.
बता दें कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने सभी जिला कलक्टर्स को भी पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि कोविड संक्रमण रोकने के लिए सभी जिलों में जिला प्रशासन की ओर से शिक्षा विभाग के कार्मिकों और शिक्षकों की ड्यूटी सर्वे कार्य, पॉजिटिव केस कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, प्रचार-प्रसार, रेपिड रिस्पॉन्स टीम और क्वारेंटाइन सेंटर्स पर लगाई जाती रही है.
ऐसे में यदि शिक्षा विभाग का कोई शिक्षक या कर्मचारी कोविड संक्रमित हो जाता है और उसकी मृत्यु हो जाती है तो उसके आश्रितों को 50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दिए जाने का प्रावधान है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर विभाग को भिजवाया जाए. ताकि विभाग इन प्रस्तावों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को भेजकर पीड़ित परिवार को अनुग्रह राशि दिलवा सके.