जयपुर. आज देशभर में दशहरे का त्योहार मनाया जा रहा है. सुबह को जहां घरों में दशहरे का पूजन किया जाएगा तो वहीं शाम को विभिन्न रामलीला के समापन के साथ रावण दहन का कार्यक्रम होता है. विजयादशमी के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है.
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गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि विजयादशमी के अवसर पर शुभकामनाएं. यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम ने सत्य और धर्म के मार्ग पर चलकर बुराई का अंत किया. बुराई चाहे कितनी ही बड़ी क्यों न हो उसे सदाचार के मार्ग पर चलकर पराजित किया जा सकता है.
बता दें, दशहरा पर्व (Dusseehra) अश्वनी मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अपराह्न काल में मनाया जाता है. यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इस दिन पुरुषोत्तम भगवान राम ने रावण का वध किया था. कुछ स्थानों पर यह त्योहार 'विजयादशमी' के रूप में मनाया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह उत्सव माता 'विजया' के जीवन से जुड़ा हुआ है.
'शस्त्र पूजा' का विधान
शत्रुओं पर विजय की कामना लिए इस दिन 'शस्त्र पूजा' का विधान है. इसके अलावा मशीनों, कारखानों आदि की पूजन की परंपरा है. देश की तमाम रियासतों और शासकीय शस्त्रागारों में 'शस्त्र पूजा' बड़ी धूमधाम के साथ की जाती है. इस दिन शस्त्र पूजा के साथ ही अपराजिता, शमी के पेड़ के पूजन का भी महत्व है.
कोरोना ने फीका किया उत्साह
कोरोना संक्रमण के आंकड़े भले ही प्रदेश में कम हुए हों लेकिन खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. यही वजह है कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने आतिशबाजी पर रोक लगाई है. इसके साथ ही रावण दहन भी नहीं होगा, जिसके चलते विजयदशमी के उत्साह में कमी देखा जा रहा है.