जयपुर. शहर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. बढ़ते संक्रमण की चपेट में लगातार मेडिकल कर्मी भी आ रहे हैं. इसको देखते हुए SMS मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सरकार से कोरोना संक्रमण से बचने और इलाज जैसी विभिन्न व्यवस्थाएं करने की मांग की है.
अपनी मांगों को लेकर रेजिडेंट चिकित्सकों का एक दल शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री से भी मिला. यहां स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने रेजीडेंट चिकित्सकों की सभी मांगे मानने का आश्वासन भी दिया है, हालांकि शनिवार को विरोध स्वरूप अस्पतालों में रेजिडेंट चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया.
इसे लेकर के जार्ड पदाधिकारियों ने SMS मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी को ज्ञापन दिया गया है. जिसमें रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण में रेजिडेंट के रहने, खाने और मेडिकल सुविधा फ्री करने की मांग रखी. साथ ही ज्ञापन में डॉक्टरों को 50 फीसदी ICU देने, संक्रमण में डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था करने, कोरोना में ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों को अलग से क्वॉरेंटाइन करने और कोविड ड्यूटी इंसेंटिव देने जैसी मांगे रखी गई है.
मामले को लेकर जार्ड के महासचिव डॉ. रविन्द्र बिजारणियां ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर लगातार 8 महीनों से कोरोना में ड्यूटी कर रहे है, लेकिन हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिसको लेकर आज SMS अस्पताल और अन्य अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.
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उन्होंने कहा कि ये विरोध 19 और 20 सितम्बर तक जारी रहेगा. यदि दो दिन में मांगे नही मानी जाती है तो 21 सितम्बर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा. आज मांगों को लेकर चिकित्सा मंत्री से वार्ता भी हुई है. ऐसे में जब तक मांगों को नहीं माना जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.