जयपुर. राजधानी के विद्याधर नगर थाना इलाके में गुरुवार को वकील और पुलिस के बीच में विवाद के चलते काफी हंगामा हुआ. इसके बाद वकील और पुलिस दोनों पक्षों की तरफ से परिवाद दिया गया है, जिसकी जांच एडिशनल डीसीपी नॉर्थ धर्मेंद्र सागर को सौंपी गई है.
जानकारी के अनुसार विद्याधर नगर थाना इलाके में पुलिस एक विवादित भूमि का नक्शा मौका बनाने पहुंची थी. इस दौरान उस विवादित भूमि पर रहने वाले लोगों ने पुलिस को अंदर नहीं आने दिया. वहीं, इस दौरान वकील विश्वनाथ भी मौके पर पहुंचे और तभी पुलिस कर्मियों और विश्वनाथ में तीखी नोकझोंक हो गई.
इस पूरे प्रकरण को लेकर वकील विश्वनाथ ने जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से यह शिकायत की है कि उन्होंने विवादित भूमि के अंदर घुसने में पुलिस की मदद की और पूरा सहयोग किया लेकिन पुलिसकर्मियों की ओर से उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. यह पूरा घटनाक्रम विद्याधर नगर थाना एसएचओ वीरेंद्र कुरील के सामने घटित हुआ और एसएचओ के कहने पर ही पुलिसकर्मियों की ओर से उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया.
वहीं, दूसरी ओर पुलिस की ओर से वकील विश्वनाथ और विवादित भूमि पर रहने वाले लोगों पर राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया है. इस पूरे प्रकरण को लेकर वकीलों की ओर से विद्याधर नगर थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन भी किया गया. फिलहाल, दोनों पक्षों की तरफ से परिवाद दिया गया है जिसकी जांच एडिशनल डीसीपी नॉर्थ धर्मेंद्र सागर को सौंपी गई है. वहीं, प्रकरण में विवाद ज्यादा ना बढ़े इसके लिए जांच पूरी होने तक विद्याधर नगर थाने के एसएचओ वीरेंद्र कुरील को छुट्टी पर भेज दिया गया है.
शादी का झांसा देकर दुष्कर्म
राजधानी के खोनागोरियां थाना इलाके में शादी का झांसा देकर एक युवती के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. पीड़ित युवती की ओर से युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया गया है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात युवक से हुई और उसने अपने प्रेम जाल में फंसा कर शादी का झांसा दिया.
शादी का झांसा देकर युवक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया और बाद में शादी करने से इनकार कर दिया. इसके बाद पीड़िता ने युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का प्रकरण दर्ज करवाया गया है. फिलहाल, आरोपी शहर छोड़कर फरार हो गया है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.