जयपुर. जिला कलेक्ट्रेट में स्थित सांख्यिकी विभाग में कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने विभाग से जानकारी छुपा कर राजस्थान विश्वविद्यालय से नियमित डिग्री ली है. जबकि नियमानुसार बिना अनुमति के आप कोई भी नियमित डिग्री नहीं ले सकते हैं. इसके लिए आपको विभाग से अनुमति लेनी होती है.
सूत्रों के मुताबिक इस महिला कार्मिक पर उच्च अधिकारी की छत्रछाया है, जिसका फायदा उठाकर उसने राजस्थान यूनिवर्सिटी से नियमित मास्टर डिग्री ली. नियमानुसार कार्मिक अवकाश लेकर ही नियमित डिग्री ले सकता है और यह डिग्री भी विभाग में जमा करानी होती है. महिला कार्मिक नौकरी लगने के पहले से ही विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री ले रही थी, लेकिन 25 अक्टूबर 2018 को उसने नौकरी ज्वाइन की और उसके बाद जानकारी छुपाकर दिसंबर 2018 और मई 2019 में अपने दोनों सेमेस्टर पूरे किए.
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सांख्यिकी विभाग में ऐसे का चार कर्मचारी भी कार्यरत हैं जो जयपुर के नगर निगम क्षेत्र से बाहर रहते हैं, लेकिन जयपुर शहर का भत्ता गलत तरीके से उठा रहे हैं. इस तरह सरकार को हर महीने हजारों का चूना लग रहा है. ये कर्मचारी काफी लंबे समय से इसी तरह गलत तरीके से भत्ता उठा रहे हैं और अब तक सरकार को लाखों रुपये का चूना लग चुका है.
संयुक्त निदेशक प्रशासन ने सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक को नोटिस देकर महिला कर्मी द्वारा नियमित डिग्री लेने के मामले में वस्तु स्थिति मांगी थी. जिसका जवाब उपनिदेशक ने संयुक्त निदेशक को गोलमोल कर दिया है. वहीं, विभाग का एक अन्य कर्मचारी समय पर विभाग में नहीं आ कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग जा रहा है. इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर ने कहा कि ईटीवी भारत के माध्यम से मुझे सांख्यिकी विभाग में चल रही अव्यवस्थाओं की जानकारी मिली है. मैं इस मामले को दिखाता हूं और जो भी कार्रवाई नियमानुसार होगी वह कार्रवाई की जाएगी.