जयपुर. राजधानी में बिजली चोरों पर डिस्कॉम ने सख्ती दिखाई है. पिछले 10 महीनों में बिजली चोरी के 2 हजार 500 प्रकरण और 81 FIR दर्ज हुए हैं. इस वित्तीय वर्ष में जनवरी तक जयपुर शहर में ही 650 वीसीआर भरे गए हैं. वहीं डिस्कॅाम ने अबतक 9 करोड़ 25 लाख की वसूली की है.
राजधानी में बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ डिस्कॉम की सख्ती का असर दिखने लगा है. चोरी के प्रकरणों में धरपकड़ और बड़ी संख्या में वीसीआर भरने के बाद जयपुर शहर सर्किल में ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन लॉस (T&D) तो कम हुआ ही है. साथ ही बिजली की छीजत में भी लगातार कमी भी देखने को मिल रही है. दरअसल, इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 तक जयपुर शहर डिस्कॉम में आने वाले 32 सब डिविजन में 6500 वीसीआर भरी है.
इनमें 2 हजार 500 प्रकरण अकेले चोरी के थे. डिस्कॉम ने इस संबंध में करीब 14 करोड़ का असेसमेंट किया. जिनमें से 9 करोड़ 25 लाख की वसूली की जा चुकी है. वहीं धारा 135 और 138 से जुड़े करीब 81 केस ऐसे भी हैं, जिसमें वसूली नहीं हुई लेकिन डिस्कॉम ने इनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी है.
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जयपुर शहर अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत ने बताया कि शहर के सभी डिस्कॉम इंजीनियर और तकनीकी कर्मचारियों की मेहनत से ना केवल बिजली चोरी करने वालों की धरपकड़ हो रही है बल्कि छीजत में भी लगातार कमी आ रही है. पिछले साल जयपुर शहर डिस्कॉम में यदि चोरी के मामले देखे जाए तो पिछले वित्तीय वर्ष में जयपुर शहर में करीब 120 बिजली चोरी के मामलो में FIR दर्ज की गई.
वहीं पिछले वर्ष जो वीसीआर भरी गई. उसका असेसमेंट भी 9 माह में करीब 7 करोड़ 60 लाख ही था. मतलब, पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में मौजूदा वित्तीय वर्ष में ना केवल वीसीआर अधिक भरी गई. साथ ही इस प्रकार के प्रकरणों की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम भी उठाए गए. यही कारण है जयपुर शहर डिस्कॉम क्षेत्र में बिजली छीजत में भी कमी आई. अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत के अनुसार वर्तमान में जयपुर शहर में करीब 7 प्रतिशत टी एंड डी लॉस है.
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बिजली चोरी और वीसीआर से जुड़े अधिकतर प्रकरण में बिजली मीटर में छेड़छाड़ की भी शिकायत सामने आई, जिसे पकड़ पाना बेहद मुश्किल होता है लेकिन तकनीक के सहारे डिस्कॉम इंजीनियरों ने ऐसे कई प्रकरण भी पकड़े, जिनके मीटर लेबोरेटरी में जांच के लिए गए हुए हैं.
मतलब जांच में भी ये मीटर से छेड़छाड़ पाई गई तो वसूली राशि कहीं अधिक पहुंचने की संभावना है. ऐसे में डिस्कॉम बिजली चोरी के मामले में जितना सतर्क और सख्त होगा, बिजली से जुड़ी चोरी और लॉस भी उतने ही कम होंगे.