जयपुर. रेल मंत्रालय ने बुधवार को रेलवे की पिंक बुक जारी की है, जिसमें उत्तर पश्चिम रेलवे को वर्ष 2020-2021 के लिए बजट मिल गया है. रेल बजट में राजस्थान के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे को 6408.92 करोड़ रुपए का बजट आवंटित हुआ है. इसमें रेलवे की सुरक्षा और संरक्षा पर विशेष फोकस किया गया है.
राजस्थान के लिहाज से आम रेल बजट कुछ खास नहीं रहा, लेकिन रेलवे को कुछ नए कार्य करने के लिए बजट मिले हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे ने नई लाइन बिछाने के लिए 292 करोड़ रुपए मांगे थे, लेकिन 153 करोड़ रुपए ही मिले हैं. वहीं गेज कन्वर्जन के लिए 185 करोड़ में से 182 करोड़ और ट्रेडिंग के लिए 491 में से 355 करोड़ रुपए का आवंटन हुआ है.
जबकि चालू वित्तीय वर्ष में नई लाइन के लिए 155 और कन्वर्जन के लिए 554 और ट्रैक दोहरीकरण के लिए 422 करोड़ का फंड मिलना था. इस तरह पिछले बजट से 363 करोड़ रुपए कम बजट आवंटित हुआ है.
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1160.10 करोड़ रुपए का पब्लिक पार्टनरशिप सीएसआर के तहत यात्री सुविधा के लिए आवंटन हुआ. जिसमें स्टेशनों के पुनर्विकास और अन्य कार्य, ट्रैक नवीनीकरण के लिए 530 करोड़ रुपए, ओवर ब्रिज रोड, अंडर ब्रिज के लिए 506 करोड़, नई लाइन के लिए 153 करोड़, आमान परिवर्तन के लिए 182 करोड़ और दोहरीकरण पर 396.55 करोड़ के बजट दिया गया है.
इसी प्रकार ब्रिज कार्य के लिए 29.10 करोड़, सिग्नल कार्य के लिए 55.54 करोड़, रोलिंग स्टॉक के लिए 38 करोड़, यातायात सुविधाओं के लिए 106.83 करोड़, कारखाना कार्यों के लिए 38 करोड़ और कर्मचारी कल्याण के लिए 33.81 करोड़ और प्रशिक्षण कार्य के लिए 4.50 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है.
ये नए काम मिले
भटिंडा-भीलड़ी, सिरसा, हिसार, रतनगढ़, डिगाना, लूणी समदड़ी के रास्ते डिगाना का राईकाबाग तक 752.20 किमी रेल लाइन की डबलिंग के लिए बजट दिया गया है. वहीं अजमेर-चित्तौड़गढ़ ( 186 किमी सवाई माधोपुर में बाईपास लाइन (6.98 किमी), आरडीफओ संगठन के लिए परीक्षण रेलवे ट्रैक (34 किमी) और फुलेरा स्टेशन पर जयपुर-अजमेर रेलखंड के लिए केंद्रीकृत यातायात नियंत्रण प्रणाली को शामिल किया गया है.
- रेलवे नेटवर्क पर रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्वदेशी रेलगाड़ी टक्कर परिहार प्रणाली शुरू होगी.
- खेलों को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना होगी. रेलवे स्टेशनों पर दूरसंचार दिव्यांगजन की सुविधा सूचना प्रणाली और अन्य यात्री सुविधाओं के कार्य भी किए जाएंगे.
- रेलवे स्टेशनों पर आरओबी और ट्रैक नवीकरण के कार्य किए जाएंगे
8 मार्गों पर होगा दोहरीकरण
मार्ग | किलोमीटर | बजट आवंटन |
फुलेरा-डेगाना | 108.75 किमी | 103 करोड़ |
डेगाना-राईकाबाग | 145 किमी | 107 करोड़ |
अलवर-बांदीकुई | 7.37 किमी | 42.25 करोड़ |
बागड़ग्राम-गुड़िया | 47 किमी | 55.50 करोड़ |
अजमेर-बागड़ग्राम | 48.46 किमी | 45.7 करोड़ |
सरोत्रा रोड-करजोड़ा पेज डबलिंग | 23.12 किमी | 20 करोड़ |
बूरोड-सरोत्रा रोड | 23. 12 किमी | 10 करोड़ |
सरूपगंज-आबूरोड | 35 किमी | 10 करोड़ रुपए |
जयपुर के खातीपुरा स्टेशन को सेटेलाइट के रूप में डेवलप करने के लिए 30 करोड़ रुपए मिले हैं. वहीं गेटर जगतपुरा पर हाई लेवल प्लेटफार्म और लूप लाइन के लिए 5.6 करोड़ रुपए और 22 गोदाम से लेकर सांगानेर में इसटेबल लाइन के लिए 1.5 करोड़ का बजट दिया गया है.
नई लाइनों को मिलेगी गति
- नई लाइन में दौसा, गंगापुर सिटी (92.67 किलोमीटर) के लिए 100 करोड़ बजट आवंटित हुआ है.
- ठियात-हमीरा-सानू (58.5 किलोमीटर ) के लिए 27.99 करोड़ मिला.
- गुढ़ा-ळणा मिठड़ी परीक्षण ट्रैक (25 किमी) के लिए 25 करोड़ का रुपए बजट का आवंटन .
- मावली-बड़ी सादड़ी 81 किलोमीटर रूट के लिए 107 करोड़ रुपए.
- जयपुर -रींगस -चूरू-सीकर और लोहारू के 320 किलोमीटर रूट के लिए 75 करोड़ रुपए का बजट आवंटित हुआ है.
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इसके साथ ही जेलाड-भीलड़ी में नया ब्लॉक स्टेशन बनाने के लिए 4 करोड़ रुपए का आवंटन हुआ है. साथ ही बनवाली-श्रीगंगानगर के गुड्स शेड की शिफ्टिंग के लिए 8.40 करोड़ मिले हैं. वहीं स्टेशनों पर ऊपरी पैदल पुल और हवाई लेवल प्लेटफार्म के लिए 83.50 करोड़ मिले हैं.
मदार रेलवे स्टेशन पर ओवरहालिंग सुविधाओं के लिए 6.28 करोड़ रुपए बजट का आवंटन हुआ है. बीकानेर कारखाना बीसीएन वे बीएलएसी माल डिब्बों के लिए और ओवरहालिंग सुविधाओं के लिए 13.54 करोड़ रुपए और पार्टनरशिप के तहत सोलर कार्य के लिए 62.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे.