जयपुर. छोटी काशी जयपुर में बुधवार को आराध्य देव गोविंद देव जी मंदिर में देवशयनी एकादशी पूजन हुआ. इस दौरान मंदिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश निषेध रहा. हालांकि श्रद्धालुओं ने मंदिर की वेबसाइट पर विशेष झांकी के दर्शन किए. वहीं गोविंद देव जी मंदिर में हुए विशेष पूजन के अंतर्गत सालिगरामजी को रथ पर विराजमान कर मंदिर के दक्षिण पश्चिम कोने पर स्थित तुलसी मंच पर लाकर विराजमान करवाया गया.
आराध्य देव गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने तुलसी मंच पर विराजमान सालिगरामजी का पंचामृत अभिषेक किया. उसके बाद विधिवत रूप से उनका पूजन हुआ और फिर आरती उतारी गई. इसके बाद तुलसी महारानी का पूजन किया गया. तुलसी महारानी और सालिगरामजी की चार परिक्रमा करने के बाद सालिगरामजी को चौकी पर विराजमान कर मंदिर की एक परिक्रमा करवाते हुए फिर से उन्हें गर्भ गृह में प्रतिष्ठित किया गया.
इसके बाद संध्या आरती के दर्शन हुए. जिसमें आराध्य देव गोविंद देव जी ने लाल सूती रंग के नटवर पोशाक में दर्शन दिए. मान्यता है कि, ठाकुर जी जब सबसे पहले गाय चराने वन में निकले थे, तब उन्होंने यही पोशाक धारण कर रखी थी. लाल रंग के सूती पोशाक के साथ ठाकुर जी गाय के सींग की आकृति के विशेष आभूषण सिंगा और गायों को हांकने के लिए छड़ी आभूषण के रूप में धारण कर रखी थी.