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Dev Diwali 2021: दीपकों की रोशनी से जगमग होंगे छोटी काशी के देवालय, गोविंददेवजी मंदिर में सजेगी रास झांकी - ETV Bharat Rajasthan News

कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के मौके पर 19 नवंबर शुक्रवार को देव दिवाली (Dev Diwali 2021) मनाई जाएगी. इस मौके पर छोटी काशी कहे जाने वाले जयपुर के देवालय दीपकों की रोशनी से जगमगाएंगे. शहर के गोविंददेवजी मंदिर सहित कई मंदिरों में रास पूर्णिमा मनाई जाएगी.

Dev Diwali 2021
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Published : Nov 18, 2021, 5:12 PM IST

जयपुर. कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के मौके पर 19 नवंबर शुक्रवार को देव दिवाली (Dev Diwali 2021) मनाई जाएगी. इस मौके पर छोटी काशी कहे जाने वाले जयपुर के देवालय दीपकों की रोशनी से जगमगाएंगे. इसके साथ ही जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में रास पूर्णिमा मनाई जाएगी. शाम को रास झांकी सजाई जाएगी.

गोविंददेवजी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि रास पूर्णिमा के मौके पर शाम को ठाकुर जी को सफेद पोशाक धारण करवाई जाएगी. सफेद अलंकार और पुष्पों से शृंगार किया जाएगा. खीर और खीरसा का भोग अर्पण किया जाएगा. मंदिर के गर्भगृह में रास का खाट सजाया जाएगा. जिसमें चौसर और शतरंज की झांकी होगी. ठाकुरजी की सेवा में दूध, पान, इत्रदान अर्पित किए जाएंगे.

पढ़ें: Lunar Eclipse 2021: सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण कल: राजस्थान में दिखाई नहीं देगा यह दुर्लभ नजारा, सूतक भी नहीं मान्य

सीकर रोड स्थित श्रीमन्न नारायण धाम में देव दिवाली पर लक्ष्मीनारायण भगवान का विशेष पूजन कर दीपदान किया जाएगा. सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरीशरण महाराज के सान्निध्य में देव दिवाली मनाई जाएगी. रात को विशेष झांकी के दर्शन होंगे.

पढ़ें: स्थापना के बाद 148 साल तक पीला रंग रहा जयपुर की पहचान, जानिए इसके Pink City बनने की कहानी

बता दें कि धार्मिक मान्यता के अनुसार, देव दिवाली के दिन देवता काशी की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं. इसलिए मुख्य रूप से देव दिवाली काशी में गंगा नदी के तट पर मनाई जाती है. इस दौरान गंगा घाट पर दीपक प्रज्वलित किए जाते हैं.

जयपुर. कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के मौके पर 19 नवंबर शुक्रवार को देव दिवाली (Dev Diwali 2021) मनाई जाएगी. इस मौके पर छोटी काशी कहे जाने वाले जयपुर के देवालय दीपकों की रोशनी से जगमगाएंगे. इसके साथ ही जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में रास पूर्णिमा मनाई जाएगी. शाम को रास झांकी सजाई जाएगी.

गोविंददेवजी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि रास पूर्णिमा के मौके पर शाम को ठाकुर जी को सफेद पोशाक धारण करवाई जाएगी. सफेद अलंकार और पुष्पों से शृंगार किया जाएगा. खीर और खीरसा का भोग अर्पण किया जाएगा. मंदिर के गर्भगृह में रास का खाट सजाया जाएगा. जिसमें चौसर और शतरंज की झांकी होगी. ठाकुरजी की सेवा में दूध, पान, इत्रदान अर्पित किए जाएंगे.

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सीकर रोड स्थित श्रीमन्न नारायण धाम में देव दिवाली पर लक्ष्मीनारायण भगवान का विशेष पूजन कर दीपदान किया जाएगा. सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरीशरण महाराज के सान्निध्य में देव दिवाली मनाई जाएगी. रात को विशेष झांकी के दर्शन होंगे.

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बता दें कि धार्मिक मान्यता के अनुसार, देव दिवाली के दिन देवता काशी की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं. इसलिए मुख्य रूप से देव दिवाली काशी में गंगा नदी के तट पर मनाई जाती है. इस दौरान गंगा घाट पर दीपक प्रज्वलित किए जाते हैं.

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